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पदसंख्या । पृष्ठ
पदसंख्या ९४ वोयो रे जन्म यो ही नी. २२८ | ४७ मुनि वन आये वना ११७.
४८ मैं ऐसा देहरा वनाऊं० १२० . १९ भजन विन यों ही जन० ४४ ५२ मदमोहकी शराव पी० १२७ २० भवदधि तारक नवका० ४६ / ५६ मेरे आनंद करनौं १३५ २३ भला होगा तेरा यों ही ५४०६२ मनुवो लागि रयो जी० १५० ३४ भोगारा लोभीड़ा नरभव. ८४.६४ म्हारा मनकै लग गई. १५५ ४३ भज जिनचतुर्विशतिनाम १०६ / ६६ माई आज महामुनि डोले १५८ ७४ भई आज वधाई निरखत. १७७ / ७० मुझे तुम शान्त छवी दर. १६९ ७४ भये आज अनंदा जनमै० १७८ ७१ मानुप भव अव पाया रे० १७०
७२ मूने थे तो तारो श्रीजिन० १७३ ३ म्हे तो थापर वारी वारी० ६. ७६ मग वतलाना मानूं मो० १८३ ५ मनकै हरष अपार चित० ११. ८७ मानै छै मानै छै यौही० २१२ १४ म्हारी सुणिज्यो परम० ३१.८८ मुजनू जिन दीठा प्यारा वे २१३ १६ मोका तारो जी तारोजी. ३५. ९० मिनखगति निठा मिली. २१८ २१ मैं देखा आतमरामा ५०० ९३ मानौ मन भेवर सुजान० २२६ २५ मेरी अरज कहानी सुनि० ५९. ९५ मेरा तुमीसौं मन लगा २३१ २८ मैं देखा अनोखा ज्ञानी वे० ६७.९६ म्हारा जी श्री जी मेरा० २३२ २८ मेरोमनुवा अति हरपाय० ६८ ९७ मेरा सपरदेसी भूल न० २३५ २८ मोहि अपना कर जान० ६९. ९९ मैं तो अयाना थानै न० २४१ २९ मैं तेरा चेरा अरज सुनो० ७०० ३. मेरा साई तो मोम नाही. ७५./ ३१ म्हारी भी सुणि लीज्यौ० ७६. ४ या नित चितवो उठिकै० ७, ३४ म्हारी कौन सुनै थे तौ० ८५.२० याद प्यारी हो म्हानै था० ४४. ३८ मति भोगन राची जी० ९५० ३३ याही मानौं निश्चय मानौं० ८३. ४० म्हारौ मन लीनौ छै थे० १०१. ६१ यौ करौ उपगार मोपै १४६ ४२ मनुवा वावला हो गया० १०५. ८४ या काया माया थिर नर० २०४ ४४ म्हे तो थाका चरणा० १०८० ८५ येती तौ विचारौं जगमैं. २०५ ४५ म्हे तो ऊभा राज थाने० १११. ८७ यौ ही थाने ओलॅवो० २१० ४६ महाराज थानें सारी० ११६. ८९ यो मन मेरौ निपट हठीलो २१४