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सूक्ति-सुधा प्रार्थना-मंगल-सूत्र
णमो तित्थरगण।
आवश्यक . ____टीका-श्री साधु, साध्वी, श्रावक-श्राविका रूप तीर्थ की स्थापना करने वाले एव धर्म-चक्र के प्रवर्तक महापुरुप तीर्थंकरो.को हमारा नमस्कार हो।
(२.) णमो सिद्धाणं ।
__महामन्त्र • टीका--जिन्होने आठ कर्मों का क्षय कर, अनन्त ज्ञान-दर्शन, चारित्र-बल वीर्य को प्राप्त किया है, और जिन्होने नित्य, शाश्वत । अक्षय मोक्ष-स्थान प्राप्त किया है, ऐसे अनन्त-सिद्ध-मुक्त अत्माओं.. को हमारा नमस्कार हो।