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३३८७ श्री जादुपति महाराज .. ३८८ श्री वीर प्रभु से विनति : ३८६ श्री श्री महावीर गुण धीर , ३६० श्री संघ से विनय कर के
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३१६ १४४
३२४
१२३
१३६१ साल मंगर को जानो
३६२ सखी गिरनारी की । १३६३ सखी बात पर क्यों न
३६४ सखी मान कहन तू . . .३६५ सखी सत्य देऊं मैं ..३६६ सख्त दिल हो जायगा : .३६७ संगत कर लेरे साधु की
३६८ सच्चे देव वही दुम जानो :३६६ सज्जन तुम नेकी कर लेना ४०० सज्जन तुम झूठ मत बेलो. . ४०.१ सज्जन तेरी उन्न जाती ४०२ सज्जन मत बाम्धा कर्म ४०३ सती सीताजी धीज करे । ४०४ सत्य कठिन करारी ४०५ सत्य कभी तजना नहीं - - ४०६ सत्य घरजो सब मानवी .' '४०७ सत्य धर्म धारोरी बहना ...' ४०८ सत्य बात के कहे बिना ४०६ सत्य मत हारणारे । ४ . सत्य शिक्षा सुनता नाहीं.: ४११ सदा जो धर्म पर रहती :
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