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जनकथा रत्नकोप: नाग बीजो.
या पुस्तकमां पंमित श्रीपद्मविजयजी विरचित बाबीशमा तीर्थकर श्री नेमीश्वर जगवानी सम दाखन को तिमां
far कारनीयादिक उत्पन्न करनारी आवर्यकारक कथाओं अली है.
ग्रंथ
चतुर्विध श्रीसंघ ने भगवा वांचवाने अ आवक, जीमसिंह माणके
श्री मुंबइबंदरमध्ये निर्णयसागर छापखानामा छपावी प्रसिद्ध करचं द.
सं १९४८-सी
आ पुस्तकने फरीथी छापवानो हक सरकारना कायदा मुजब नोधाव्यो छे.