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जैन ज्योतिर्लोक
हैरण्यवत क्षेत्र में
शिखरी पर्वत में
ऐरावत क्षेत्र में
२८२० कोडीकोडी तारे
४११०
७०५ कोड़ाकोड़ी तारे हैं
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कुल जोड़ - १३३६५० कोड़ाकोड़ी हैं।
इस प्रकार २ चन्द्र संबंधि संपूर्ण ताराओं का कुल जोड़ १३३६५००००००००००००००० प्रमाण है ।
ध्रुव ताराओं का प्रमाण
जो अपने स्थान पर ही रहते हैं । प्रदक्षिणा रूप से परिभ्रमण नहीं करते हैं उन्हें ध्रुव तारे कहते हैं ।
वे जंबूद्वीप में ३६, लवण समुद्र में १३६, धातकीखण्ड में १०१०, कालोदधि समुद्र में ४११२० एवं पुष्करार्ध द्वीप में ५३२३० हैं । ढाई द्वीप के आगे सभी ज्योतिष्क देव एवं तारे स्थिर ही हैं।