________________
SAHAYAVANAYANAMATAJANANANAAAAAAAAVe SAAAAAAAAAAAAAAAAAAAASE
SRANANAAAAAAAAA
VIATITI
ARTHATANTNNAINAINAJALJAAJAANAJAJAJAJAMINAISHAINAAAAARVA WEAAAAAAAAAMANAAAAAAAAAAAAAAA NAVODAlan
ई मा ना य नमः
-:: ::साधु मुनिराजका आचार तथा श्रावक श्राचार नपर अने. क दृष्टांत युक्त दुहा ढा ला, बोल, थोकडा
वगैरेकी श्रावक लोकांरी पोथी.
श्री जैन धर्म ज्ञान प्रकाशक पुस्तक
ओ पुस्तक पुना माहे नाना दादाजी गुंड इणनें "सौजन्यमित्र " छापायंत्रमांहे छपायोछे संवत १९४७ का मित्ती बेसाख बर १० सोमवार
ओ पुस्तक पुना पेठ नानाकी आठे भाई भगवानशासजी केशरचंदजी नाहारका दुकान उपर पील सी. किंमत १२ थाना
JAMODNAAPla) LAMRAVATAUNAINA
YEVANA
बालकामत
ARTHI
मालोजकममलमा
नामजासकामाखमाजमा SAPNPATI
AN
SPITTAIHIFALHAN
.
INTUN