SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 39
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ [१७] प्रीत नबर पुस्तकनु नाम कर्तानुं नाम टीकाकार श्लोक पत्र लेखन रचना लम्बाई. सख्या सख्या सवत संवत भाषा स्थिति पहोळाई १४ ६ १८०० १९मो १८३४ ३५१ १२ मू.गा.७० ५४६४ ११ १८मो ११ १८७६ २२० १६४८ २३ १९मो १० १९मो १९मो १९मो کي بي بي १९मो १९मो १९मो تي في دي و १९मो ३२७ चतु-शरणप्रकीर्णक सस्तबक वीरभद्रगणि ३२८ पीस्तालीश आगमपूजा उत्तमविजयजी ३२९ अध्यात्मगीता देवचंद्रजी ३३० पर्यंताराधना प्रकरण सस्तबक सोमसूरि ३३१ श्रावक अतिचार ३३२ ज्ञाताधर्मकथाग सूत्र' ३३३ दंडकप्रकरण सस्तबक गजसार ३३४ स्तवन सज्झाय सङ्ग्रह माणेकमुनि (१) छ आरानु स्तवन माणेकमुनि (२) आदीश्वरस्तवन माणेकमुनि (३) पार्श्वजिनस्तवन माणेकमुनि (४) आदिजिनस्तवन माणेकमुनि (५) शातिजिनस्तवन माणेकमुनि (६) आबू स्तवन माणेकमुनि (७) नेमिनाथ स्तवन माणेकमुनि (८) शंखेश्वरपार्श्वनाथस्तवन माणेकमुनि (९) पार्श्वनाथस्तवन माणेकमुनि (१०) ऋषभदेवस्तवन माणेकमुनि (११) सम्यक्त्व स्थापना स्वा० माणेकमुनि (१२) श्रावकविधिस्वाध्याय माणेकमुनि (१३) श्रावकविधिस्वाध्याय माणेकमुनि (१४) सम्यक्त्वस्वाध्याय माणेकमुनि ३३५ कथासङ्ग्रह अपूर्ण ३३६ ज्ञानपचमीकथा महेश्वरसूरि ३३७ पडावश्यक बालावबोधसह ३३८ वेराग्यशतक सस्तबक ३३९ विहरमान जिन वीसी स्तवन उ.यशोविजयजी ३४० लीलावतीपद्धति जेतसींह प्रा.गु. उत्तम १०४४।। गु. उत्तम १०१४४|| गु. उत्तम १०|| ४|| प्रा.गु. मध्यम १०.४४|| उत्तम १०॥४४॥ प्राकृत जीर्ण १०1४४|| प्रा.गु. मध्यम १०४४॥ उत्तम १०x४|| उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम • उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम उत्तम मध्यम १०1४४|| प्रा. जीर्ण १०1४४|| प्रा.सं.गु. मध्यम १०४४॥ . प्रा.गु. उत्तम १०।। ४।। गु. उत्तम ९|| ४|| उत्तम १०x४|| १९मो १९मो १९मो १९मो १९मो دي في دي في دي وي دي وي १९मो १९मो دي १९मो ५० १९मो ७७ १८मो ८९ थी१३४ १९मो १५ १८८८. ८ १७७५ १७ १८७३ १. पत्र ६ नथी २ राजनगर ३ पत्र १३९ नथी. ४. पालनपुर ५. गजणाग्राम (हालारदेश), लेखक हरिचद B-2
SR No.010181
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year
Total Pages324
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy