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________________ ३२५ २८१ ८७ श्री सघवी पाडाना भंडारना जीर्ण, तुटक अने चोटेला ताडपत्रीय ग्रंथोनो अकारादिक्रम [२८८ ] गायकवाडी | पेटीनो पुस्तक | ग्रथनु नाम गायकवाडी । पेटीनो | पुस्तक | ग्रथनु नाम 'नवर चालुनबर | सख्या चालुनबर | सख्या ५० (२) कर्मविपाकादि ८२ ६५ (१२) गच्छाचार २८१ (१३) कर्मविपाकादि भक्तपरिज्ञापर्यंत (८) गणिविजा (४) कर्मस्तव (८) गिरनारकल्प (१०) कर्मस्तव (२) गिरनाररास २८१ ४ ६ (११) कर्मस्तवभाष्य (५) गुरुवदनकभाष्य २८१ ४६ (१२) (१२) कर्मस्तवभाष्य गौतमपृच्छा (६) कर्मस्तवभाष्य विगेरे प्रकरणो छे (१०) गौतमपृच्छा ४९(२-३-४) ५३ (२) कल्पनियुक्ति काइक बीजु ने (१) घणा ग्रंथोना त्रुटक पत्रो कालिकाचार्यकथा २४२ (३) चउद्दसगकुलक ३२७१४ (१) कल्पभाष्य अपूर्ण ८२ (१) चउसरणप्रकरण ४९(१) कल्पसूत्र (२७) चतुर्विशतितीर्थंकरस्तुति ३३ (१) कल्पसूत्र (६) चन्दाविज्झय १५१ (१) कल्पसूत्र २८० (५) चारुदत्ता विगेरेनी कथाओना त्रुटक पत्रो छे. ४९(२-३-४) (२) कल्पसूत्र ११८ (१) चैत्यवदन चूर्णि ३१२ (१) कल्पसूत्र ३०१ चैत्यवंदनभाष्य २८४ (१) कल्पसूत्र विगेरे त्रुटक ग्रथो (१) चैत्यवदनादि भाष्य ७८ (१७) कल्याणक ८५ (१०) जबूद्वीपसंग्रहणी १३६ ८२ (४) कल्याणकप्रकरण (७) जबूद्वीपसमास २६२(२) १७५ (२) कातत्रपजिका १०) जीवदयाप्रकरण १५१ (२) कालकाचार्य कथा ८७(१ने ३) (१) ज्योतिष्करडक ७८ (१२) कालसत्तरि (३) ठाणागसूत्र आलापक ३१२ (२) कालिकाचार्यनी कथा ८२ ६५ (५) तदुलवेयालिय २९४ ३० (१) काव्यकल्पलताविवेक त्रुटित पत्र ५५ २४२ ५७ (२) त्रिषष्टि ध्यानकुलक ७७ (३) काव्यप्रकाशसूत्र ८६(१-८) दत्तकथानक ८६(१०) ८० (१) कोइ नाम वगरनो ग्रंथ २५७(२) ६३ (१) दमयतीकथाविवरण कौटिल्य अर्थशास्त्र ३०१ (३) दशवैकालिक २९२ कौटिल्य अर्थशास्त्र टीका २७१ ७८ (१) दशवैकालिक-उत्तराध्यायन७३ (३) क्षेत्रसमास भक्तपरिज्ञा-पिंडविशुद्धि-सस्तारक२५५ क्षेत्रसमास (जबूद्वीप प्रकरण) प्रकीर्णक विगेरे ८६(१-८) (२) खंधककथा ३८(१) ३४ (१) दशवैकालिकलघुवृत्ति ७७ २६७ २९२
SR No.010181
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year
Total Pages324
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size15 MB
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