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प्रति नंबर पुस्तकनु नाम
का नाम
टीकाकार
श्लोक पत्र लेखन रचना
लम्बाई. संख्या सख्या सवत संवत भाषा स्थिति पहोळाई
८६ नवपदपूजा उ. यशोविजयजी
९ १८८९
उत्तम ११। ४।। ८७ महीपालकथा चद्रगच्छीय वीरदेवगणि गा.१८१३ ३८ १६मो
उत्तम ११४४|| ८८ त्रिषष्टिशलाकापुरुष चरित्र दशम पर्व. सर्ग १-१३ हेमचद्राचार्य
११३ १७मो
सं उत्तम ११४४।। ८९ सूक्तमाला
५५ १८८५
गु. मध्यम १११४४|| ९० द्रव्यसग्रह सस्तवक नेमिचद्रमुनि
स्त.हसराज
२० १८मो
प्रा गु.
१०x४। ९१ सिद्धातबोलविचार
१० १८७८
गु मध्यम ११४४/11 ९२ धनजयनिपटनाममाला' धनंजय
श्लो.२०५६ १७मो
सस्कृत मध्यम ११४४।। ९३ विहरमानजिनवीसी स्तवन' उ. यशोविजयजी
६ १८१२
गुर्जर मध्यम १०111४४||| ९४ विपाकसूत्र
४७ १७मो
प्राकृत उत्तम ११४४। ९५ दशवेकालिकसूत्र टीकासह शय्यम्भवसूरि सुमतिसूरि टीका ३३०० ८९ १५मो
प्रा.स उत्तम ११४३ ९६ उपदेशमाला प्रकरण
कर्णिकाख्या वृत्तिसह धर्मदासगणि उदयपभदेव १२००० २५७ १५मो १२०९ प्रास. उत्तम ११४४। ९७ कुमारपालचरित्र जयसिहसूरि कृष्णर्षीय
ooo १३७ १६मो १४२२ सस्कृत उत्तम ११४४|| ९८ अबड़चतुष्पदिका-रास मंगलमाणिक्य
२२२५
६९ १६४० १६३९ गु. उत्तम ११४४॥ ९९ आष्टप्रकारी पूजा देवविजयजी
६ १८८६ १८२१ गु उत्तम ११४४|| १०० प्रवचनसारोद्धार प्रकरण सावचूरि पञ्चपाठ नेमिचद्रसूरि
५० १७मो
प्रा स. उत्तम ११४४। १०१ दानकल्पद्रुम-धन्यचरित्र तपा-जिनकीर्तिसूरि
पल्लव १-९ २५ १४९९
सं. उत्तम १०111x४ १०२ पार्श्वनाथचरित्र पद्य भावदेवसूरि
६४०० १६७ १७मो
सं. उत्तम १०x४| १०३ चोमासी देववंदन पपविजय
१० १९मो
गुर्जर उत्तम ११४४|| १०४ जिनप्रतिमापूजा विधि अधिकार'
११ १९मो गूर्जर उत्तम ११५४।। १०५ सस्कृत क्षेत्रसमास स्वोपज्ञवृत्ति देवानदसूरि
५० १५१२ १४५५ सस्कृत उत्तम १०111x४|| १०६ रात्रिभोजनरास धर्मसमुद्र
२१ १६८१
गुर्जर उत्तम ११४४|| १०७ विमलाचलछर्द देवहर्ष
६ १९मो
गूर्जर मध्यम ११४४।।। १०८ बारव्रत पूजा वीर विजयजी
गाथा १२४ ७ १८८७ १८८७ गूर्जर मध्यम १०x४|| श्लोक २०३
१. वीगलनगर २ सामान्य उघेथी खवायेली ३ ले. स्थल सिद्धपुर, ऋषि नाथा लि ४ पत्र ४६ तथा ८९ डवल छे. पत्र ६१-६२ भेगां छे ५ उज्जयिनी ६. ले. देवविमत ७. प्रथम पामा तिर्थकरने पसायेलु चित्र छे ८ वीसनगर ९ प्रथम पत्र नथी