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पाटण भाभाना पाडामा रहेला विमलगच्छना उपाश्रयना जैन ज्ञानभंडारना हस्तलिखित ग्रंथोनो अकारादिक्रम पुस्तक-नाम
क्रमांक पुस्तकनुं नाम
क्रमांक पुस्तकनुं नाम
क्रमांक
८७
६
११९
३०९८. महावीर जिन निर्वाण स्तवन ११०३ महावीर जिन निर्वाण स्तवन ७२१ महावीरजिन निर्वाण स्तवन ३१६१ महावीर जिन पंचक कल्याणक
स्तवन ६३७ (६) महावीरजिन स्तवन
२१५१ महावीर जिन स्तवन . १३७१ (१७) महावीरजिनस्तवन .. १४५० महावीरजिनस्तवन
१९३२ (१६) महावीरजिनस्तवन . १७२० महावीर जिन स्तवन
१६८४ महावीर जिन स्तवन १४४३ (४) महावीरजिनस्तवन १६७९ महावीर जिन स्तवन १९३२ (१५) महावीरजिनस्तवन ११५९ महावीरजिनस्तवन ८३१ (१८) महावीरजिन स्तवन १९७१ महावीरजिनस्तवन ८३१ (१७) महावीरजिन स्तवन ११२ महावीरजिनस्तवन बालावबोध
सह २९९५ महावीर जिन स्तवन सस्तबक १४५१ महावीर रागमाला ९०३ (२) महावीर स्तवन ११५७ (५) महावीर स्तवन २१४९ महावीर स्तवन २७८७ (२) महावीरस्तुति सावचूरि त्रिपाठ २९२४ महावीरस्वामि पारणु
२१५७ महावीर स्वामि स्तवन २५८
महिम्नाख्य पार्श्वनाथ स्तोत्र
महीपालकथा १७५० महीपाल चरित्र २०४१ मांकण रासु ३१५६ (१) मांकण स्वाध्याय २२३८ (१) मातृका बावनी २२३८ मातृका बावनी सङ्ग्रह २०१० माधवानल कामकंदला चोपाई
मानतुंगमानवती रास १८७२ मानतुग मानवती रास २४८ मानमंजरीनाममाला २४४६ मान स्वाध्याय ३११३ (३) मान स्वाध्याय २७३५ मायाबीजकल्प ३११३ (४) माया स्वाध्याय २८५४ मुक्ताफलमान स्वाध्याय १७०४ मुक्तावली न्यायशास्त्र १४०५ मुनपति कथानक २३७२ मुनिगुण स्वाध्याय ३०६३ मुनिगुणस्वाध्याय २५४३ मुनिदान विषयक कथा सङ्ग्रह २४८६ (१) मुनिधर्मस्वाध्याय २३९० (२) मुनिपति चरित्र १३९५ मुनिपति चरित्र १६३१ मुनिपतिचरित्र बालावबोध ५३८ मुनिपतिचरित्र रास
मुनिपतिचरित्र सस्तबक
२७६० मुनिसुव्रत जिन आदि स्तवन सङ्
ग्रह ३१८७ (१२) मुनिसुवत जिन पंदरतीथी २२२६ मुनि स्वाध्याय २१२७ मुहपत्तिना ५० बोल २८०१ मुहुर्त मुक्तावली सस्तबक
५०३ मुंगाकलेखा रास २३४२ मृगांकलेखा रास
२४० मृगापुत्रनी सजझाय ६३७ (३) मृगापुत्र स्वाध्याय १९२६ मृगावती चरित्र २६०१ मृगावती सज्झाय २८६५ मेषकुमार भास ३१२० मेघकुमार स्वाध्याय २१८३ मेघकुमार स्वाध्याय २१४६६ मेघदूत काव्य ९३१ मेघदूत काव्य १६६४ मेघदूत काव्य सटीक त्रिपाठ १०५१ मेघदूत काव्य सावचूरि पञ्चपाठ १३३८ (२१) मेघनादकथा २७९८ मेघनाद कथा गद्य २११८ (४) मेतार्य कथा २२५९ मेवाणा तीर्थस्तवन २७३८ वयरस्वामि स्वाध्याय २३१७ मेघदूत काव्य १६९९ मेघदूतकाव्य सटीक त्रिपाठ
१३० मेरुत्रयोदशी कथा ३१६५
मेरुपर्वतवर्णन
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