________________
[१०७]
टीकाकार
कर्तानु नाम
श्लोक पत्र लेखन रचना
लम्ाई सख्या सख्या सवत सवत भाषा स्थिति पहोळाई
प्रति नबर पुस्तकनु नाम
कडी. १९१
२०मो
गु.
उत्तम
१०॥४४|| १०111X४॥
प्रा.गु.
१+१=२ १९मो
९ १९मो
मध्यम जीर्ण
१०x४||| १०||| ४||
44E6644
.
२०९३ विहार विनति २०९४ कर्मग्रथ यंत्राणि २०९५ दश प्रत्याख्यान स्तवन प्रत्याख्यानागार
रामचन्द्र २०९६ सज्झाय स्तवन सङ्ग्रह
(१) पजुसण सज्झाय ज्ञानविमल (२) अईमत्ता सज्झाय
लक्ष्मीरल (३) भक्ष्याभक्ष्य सज्झाय नदसूरि (४) ईलाचीपुत्र सज्झाय लब्धिविजय (५) अरणीक मुनि सज्झाय रूपविजय (६) सामान्य जिन स्तवन (७) पाचमा आरानी सज्झाय जिनहर्ष (८) अष्टमी स्तवन
कातिविजय २०९७ प्रत्याख्यान विचार आदि २०९८ जोगीवाणी भास २०९९ सीमंधरजिनस्तवन
सकलचन्दजी २१०० चोवीस दंडक बोलविचार २१०१ रतनसेन व्यवहारीया रास २१०२ धर्मकुलक २१०३ शीयल स्वाध्याय २१०४ चौमासी देववंदन
अतर्गत स्तवन सङ्ग्रह पद्मविजयी २१०५ कल्याणमदिर स्तोत्र सिद्धसेन दीवाकर २१०६ सज्झायसङ्ग्रह २१०७ स्तवनसड्ग्रह २१०८ सद्भक्ता देवलोक
स्तोत्र सस्तबक २१०९ स्तवनसड्ग्रह
स.प्रा गु
गु
कडी. २५
१ १ ४ ९ १ १ १
१६मो १९मो १८मो १९मो १९मो १९मो २०मो
मध्यम १०111X४ मध्यम १०1४४ सारी १०।४४||| मध्यम ११४४||
११४४॥ मध्यम १०111४४|| उत्तम ९x४||
कडी. १६
६ २०मो ४ १९११ ७५ १९मो ९ १९मो
मध्यम १०111x४|| मध्यम १०|| ४|| मध्यम १०।।४५ जीर्णप्राय ९।४४|||
गु.
५
१८७८
स.गु.
उत्तम
१०४४/
१. प्रथम पत्र नथी २. लि. रुपविजयजी ३. प्रथम पत्र नथी ४. लि. प्रतापविमल ५. जुदा जुदां पत्रो छे