________________
[७३ ]
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Papcr Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
क्रमाक
का
६३११ (३) ऋषभदेवस्तवन ९३७० (२) ऋषभदेवस्तवन ११८९२ (३) ऋषभदेवस्तवन १२३५१ ऋषभदेवस्तवन १४१४३ (१) ऋषभदेवस्तवन
१५१६४(४) ऋषभपञ्चाशिका १६४५४४) ऋषभपञ्चाशिका १५०५१ ऋषभपञ्चाशिका अवचूरिसह
११ प्रा ४ धनपाल कवि
स धनपाल ७ सप्रा मू धनपाल, अव
धर्मशेखरोपाध्याय
२ गु कीर्तिविजय ७ गु २ जिनविजय १ गु कीर्तिविजयोपाध्याय १ स कमलकलशसूरि ३ स १ उपा
यशोविजयजी २ स उपा यशोविजयजी
३ गु कुशलहर्ष २३मु स
३०५८ ऋषभपञ्चाशिका
बालावबोधसहित ३०५४ ऋषभपञ्चाशिका वृत्ति सहित ३३५७ ऋषभपञ्चाशिका सटीक १६५६० ऋषभपञ्चाशिका सस्तबक
७ प्रागु मू महाकवि धनपाल ७ स व नेमिचन्द्र ६ प्रास मू महाकवि धनपाल १ प्रागु मू धनपाल
स्त जीतविमल १० सस्कृत
गु मू धनपाल, प्रागु अव धर्मशेखरसूरि
मू धनपाल, ५ प्रास अव नेमिचन्द्रगणि
१६५४६
ऋषभपञ्चाशिका सावचूरि
१४७४२ ऋषभदेवस्तवन १५९२२ ऋषभदेवस्तवन ७३०७ (२३)ऋषभदेवस्तोत्र १२२२० (३) ऋषभदेवस्तोत्राष्टक १२३१८ ऋषभदेवाज्ञास्तव १९०१४ ऋषभनाथ लावणी १९१६९
ऋषभपचाशिका वृत्ति १७१३० ऋषभपचाशिका साव० पच० १७१७९ ऋषभपचाशिका
सावचूरि पचपाठ १९४०८ ऋषभपचाशिका
सावचूरि पचपाठ ४९२६ ऋषभपञ्चशिका ३०५१ ऋषभपञ्चाशिका ३०५२ ऋषभपञ्चाशिका ३८९३ (१) ऋषभपञ्चाशिका
१ प्रा जिनपभसूरि ५ हिन्दी दीपविजयजी २ स २ स मू धनपालकवि
२ प्रा स मू धनपालकवि
२ प्रा स मू महाकवि धनपाल
२ प्रा स मू महाकवि धनपाल
८१७९ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि त्रिपाठ ३०५५ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ ३०५६ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ ३०५७ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ ८१७८ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ १५२९८ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ १५७९६ ऋषभपञ्चाशिका
सावचूरि पञ्चपाठ ३०५३ ऋषभपञ्चाशिका स्तुति
ललितोक्तिवृत्तिसहित
४ प्रास मू धनपालकवि १ प्रा महाकवि धनपाल २ प्रा महाकवि धनपाल ३ प्रा महाकवि धनपाल ४ प्रा ऋ महाकवि
धनपाल ३ प्रा महाकवि धनपाल ३ प्रा महाकवि धनपाल १४ प्रा धनपाल २ प्रा महाकवि धनपाल २ प्रा महाकवि धनपाल
४ प्रा स मू महाकवि धनपाल
मू धनपाल, २ प्रास अव नेमिचन्द्रगणि
२ स
मू धनपाल कवि
३९७७ ऋषभपञ्चाशिका ४९०३ ऋषभपञ्चाशिका ९५०४ (६) ऋषभपञ्चाशिका १०६६४ ऋषभपञ्चाशिका १०६६७ ऋषभपञ्चाशिका
२ प्रा स मू धनपाल कवि
२६ प्रास वृ प्रभानन्दाचार्य