________________
[४८२ ]
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
क्रमाक
कर्ता
८७९४ (१) सर्वज्ञसिद्धिप्रकरण
३ स १७७८३ सर्वज्ञसिद्धिप्रकरण १० स हरिभद्रसूरि ८१८६(४) सर्वज्ञस्तव ५६७० (१९)सर्वज्ञस्तवन
२२मु गु कान्तिविजय १२७२१ सर्वज्ञस्तवनद्वात्रिशिका वास्तुविद्याविषयक
२ स ११०८२ (२) सर्वज्ञस्तुति
१ प्रागु १२१४४ (३) सर्वज्ञस्तुति
१ स ९७२९ सर्वज्ञस्तुति विरोधालङ्कारमयी सावचूरि पञ्चपाठ
१प्रास मू महाकवि धनपाल ७१०३ (१) सर्वज्ञाष्टक
१ स ३९९७ (४) सर्वतीर्थस्तवन
६-८ प्रा सिद्धसेनसूरि ९७६५ सर्वतोभद्रचक्र नरपतिजयचर्यागत
४ स १८२५४ सर्वतोभद्रचक्र विधि १२३५८(४) सर्वलघुएकस्वरचित्रशब्दमयपार्श्वस्तोत्र
२ गु ७९५१ सर्वविरतिप्रायश्चितसक्षेप २ स ८७९२ (३) सर्वव्यापि-आत्मवादनिरास ४-६ स ७१११ सर्वसिद्धान्तविषमपदपर्याय ८३ स २४६५ (२) सर्वार्थनिराकरणवादस्थल २-३ स रविप्रभ २५३७ सर्वार्थनिराकरणवादस्थल ९ स रविपम १५३०४ (२) सर्वार्थनिराकरणवादस्थल ७ स २ रविप्रम १५६४१ सर्वोत्तमस्तोत्र
२ स अग्निकुमार १९०४५ सर्वोपनिषत्सार
३ स ८७९८ सवस्त्रधर्मव्यवस्थापनवादस्थल
२ स ९४१२ (२) सवासोगाथानु सीमन्धर जिनस्तवन
११ गु २ यशोविजयो
पाध्याय
९४१८ सवासोशीखसज्झाय ५-७ गु मयाचन्द १८७०७ सस्सी पुनरास
६ हिदी लक्षण ३३२० (३) सहसामहसास्तुति सावचूरि ३ स ८४०४ सहस्त्रकूटगत तीर्थकरना नाम ५ ९५३१ सहस्रकूटजिनस्तवन २ गु देवचन्द्र २५१४ (४) साख्यकारिका ८-१० स १०७२० साख्यकारिका भाष्यसहित
मू कपिलमुनि, पञ्चपाठ
१० स भा गौडपाद २४९४ सागरदत्तरास-दानविपये ८ गु १९४२ (३) सागरश्रेष्ठिकथा-देवद्रव्यविषये गद्य
४०-४२ स ३०८ - . साचोरगण्डन महावीरवीनति ७ गु १२१४४ ।। सानोरलतन १८४७२ साठ सवत्सरी
१२ स १०३६२ (९) सात नयनो विचार २४-२७ गु पार्श्वचन्द्र २०१७ (१६)सातलाखपृथ्वीकायादि ३५ गु ९४७४ (१) सातवार दोधक
७ गु १ मणिचन्द्र ४६५९ सातसो बोलसङ्ग्रहयन्त्र १९ गु १९८६३ सात स्मरण
२० ४८६ १९९५२ सात स्मरण
१० ४०७ ५३०१ सात स्मरण टवार्थसहित ४ प्रास गु १८९४५ साधनपचफ टीका
२ स शकराचार्य ४७४० (१) साधर्मिककुतक १-२ प्रा अभयदेवसूरि ९५५७ (६) साधर्मिककुलक
६हु स अभयदेवसूरि १२३७३ (४) साधारणजिनकल्याणकस्तुति १ स ४ सोमसुन्दरसूरि ३३१५ (२) साधारणजिनचतुर्विशतिका ३ स २ महाराजा
कुमारपालदेव १२३६१ (७) साभारणजिनस्तव
१ स