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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
१९२१४ षट्पचाशिका बालावबोध
ज्योतिष १९६४४ षट्पचाशिकावृत्ति
४ स भट्टोत्पल १८०५१ षट्पचाशिका सटीक १३ स मू वराहमिहिर
टी तत्पुत्र १८६०६ षट्पचाशिका सटीक ५ स मू पृथुयशा,
टी उत्पलभट्ट १८९८४ षट्पचाशिका सटीक अपूर्ण ६ स मू पृथुयशा,
टी उत्पल्लभट्ट १८२०५ षट्पचाशिका सस्तबक ५ सगु मू पृथुयशा १८४१६ षट्पचाशिका सस्तबक ६ सगु भट्टोत्पल १९४०५ षट्पचाशिका सस्तबक सप्तमाध्याय पर्यंत
६ सगु २७६४ षट्पञ्चाशिका
३ स ८८५८ षट्पञ्चाशिका ८८५९ षट्पञ्चाशिका ८८६० षट्पञ्चाशिका ८८६१ षट्पञ्चाशिका १०१०३ षट्पञ्चाशिका १२४३३ षट्पञ्चाशिका
३ स १६१६९ षट्पञ्चाशिका
३ स भट्टोत्पल १४१६२ षट्पञ्चाशिकाज्योतिष सस्तबक ९ सगु भट्टोत्पल १०४३६ षट्पञ्चाशिका टिप्पणीसहित ५ स १२८०३ षट्पञ्चाशिका टिप्पणीसहित १० स १४३१४ षट्पञ्चाशिका बालवबोधसह अपूर्ण
९ सगु १५२५८ षट्पञ्चाशिका बालावबोध सह
५ सगु
१२९४८ षट्पञ्चाशिका बालावबोधसह त्रिपाठ
९ सगु मू उत्पल भट्ट ८८६३ षट्पञ्चाशिका बालावबोधसहित
७ सगु १३९३२ षट्पञ्चाशिकावृत्तिसह पञ्चपाठ ९ स भट्टोत्पल ८८६२ षट्पञ्चाशिका वृत्तिसहित ९ स वृ उत्पल भट्ट १०२२२ षट्पञ्चाशिका वृत्तिसहित १४ स मू पृथुयशा, वृ
उत्पलभट्ट २७६६ षट्पञ्चाशिका वृत्तिसहित त्रिपाठ
३ स ४२५७ षट्पञ्चाशिका सस्तबक १३ सगु १२५३१ षट्पञ्चाशिका सस्तबक ६ सगु २७६५ षट्पञ्चाशिका सावचूरि पञ्चपाठ
४ स ९९७६ षट्प-घटाघटविचार षट्पीयोग्यायो
ग्यविचार-तिथिविचार ४ स ५७०८ षट्पर्वीमहिमागुणवर्णनस्तवन ७ गु पद्मविजय १९९४७ षट्पर्वी माहात्म्य स्तवन ७ ४०७ ५५१२ षट्प-विचारगर्भित वीरजिनस्तवन
५ गु पद्यविजय १२७५८ षट्पर्वीस्तवन
५ गु पद्यविजय १७३९ षट्पुरुषचरित्र गद्य
८ स क्षेमङ्करगणि १९०७ षट्पुरुषचरित्र गद्य २० स क्षेमकरगणि ८४१७ षट्पुरुषविचार
२ प्रा १४५७७ षट्प्रश्नीनिर्णय सार्थ ११० वज ७३७४ षट्प्राभूत
१६ मागधी कुन्दकुन्दाचार्य १४४१४ षट्सन्धिनी पाटी ७७५ (३२)षट्स्थानकप्रकरण ६५-६७ प्रा