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[ ४.५ ]
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
११५६८
श्रीपालरास सस्तबक
११५७०
श्रीपालरास सस्तबक
११५९१
श्रीपालरास सस्तबक
११६०५
श्रीपालरास सस्तबक
११६०६
श्रीपालरास सस्तबक
१९०७१
श्रीपालरास सस्तबक
६६ गु मू यशोविजयो- ८२१५ श्रीमन्धर्मस्तव सटीक त्रिपाठ ५ स मू सोमप्रभसूरि, पाध्याय
टी रूपचन्द्र ८१ गु मू यशोविजयो- १९८९० श्री महावीर स्वामिना २७ पाध्याय
भवनु स्तवन
३ ४०६ ११२ गु मू यशोविजयो- १९८११ श्री महावीर स्वामीनु स्तवन ३ ४०५ पाध्याय तथा १९७७१ श्री महीपाल चरत्र
४७ ४०५ विनयविजयोपाध्याय १९७८९ श्री युगादि जिन स्तुति १ ४०५ ९८ गु मू यशोविजयो- २६३७ (२) श्रीरागाधिकार १६-१८ स पाध्याय तथा
१९७८७ श्री वयर स्वामिना ढालीया ४ ४०५ विनयविजयोपाध्याय १२२७६ (२) श्रीशत्रुञ्जयस्तुति
१ स ९७ गु मू यशोविजयो- १८६२ (११)श्रीषेणकथा-शीलविषये २४-२६ पाध्याय तथा १९७८६ श्री सरस्वती स्तोत्र
४ ४०५ विनयविजयोपाध्याय १६३०१ श्रुततिचार
४२ प्रा सगु सहजकुशल १२६ गु उ विनयविजयजी, २६३६ श्रुतबोध
३ स महाकवि कालिदास उ यशोविजयजी ४९१७ (१) श्रुतबोध
१-३ स महाकवि कालिदास ७७ गु उ यशोविजय, ५०६६ श्रुतबोध
महाकवि कालिदास उ विनयविजय ५०६७ श्रुतबोध
३ स महाकवि कालिदास ५५ गु मूउ यशोविजयजी १२५११ श्रुतबोध
३ स ३५ गु उ यशोविजयजी १३६५४ (२) श्रुतबोध
१७ स कालिदास मू विनयविजय १५५३७ (२) श्रुतबोध
२ कालिदास ४५ गु तथा यशोविजयो- १५८९४ श्रुतबोध
२ स महाकवि कालिदास पाध्याय १८८४० श्रुतबोध
४ स कालिदास १८८७० श्रुतबोध
१२ स कवि कालिदास ६७ गु मू यशोविजयो- १८९४२ श्रुतबोध
५ स कवि कालिदास पाध्याय तथा १८२९६ श्रुतबोध टिप्पणसह
३ स कवि कालिदास विनयविजयोपाध्याय ५०६९ श्रुतबोध बालाववोधसहित ८ सगु मू महाकवि १४ स
कालिदास, १९ ४०५
बा पार्श्वचन्द्रीय क्षेमराज
१९१५५
श्रीपालरास सस्तबक
و
१९१८५ १९५२२ ५९८७
श्रीपाल रास सस्तबक श्रीपालरास सस्तबक श्रीपालरास सस्तबक चतुर्थखण्ड
११६०७
श्रीपालरास सस्तबक चतुर्थखण्ड
१२४९६ (३) श्रीप्रभमहाराजकथा १९७८४ श्रीबृहत् सग्रहणी