________________
क्रमाक
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Piper Mss) २००३५ ग्रथोनो अकारादिकम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
[३६१ ]
१८७९६ लघुक्षेत्रसमास-प्रकरण सस्तबक सचित्र
४१ प्रा जिनहर्ष ८०४७ रलशेखरनृपकथापचपर्वीकथा
१५ प्रा जिनहर्ष ८०४६ रलशेखरनपकथा
पचपर्वीकथा अपूर्ण ८ प्रा जिनहर्ष ७२९६ रलशेखरनृपतिकथानक १२ प्रा जिनहर्ष १२६७५ रलशेखरनप रलवतीकथा गद्य
८-१८ स १७७६ (२०)रलशेखरराजकथाविषयपरिहारे
६६-७५ स १५७१० रलशेखररास-पञ्चपर्वीरास ८ गु हसरल १५२७० रलशेखरीकथा
२-२१ प्रा जिनहर्ष १२१०२ रलसचय अपूर्ण
१४ प्रा १६६१९ रलसचयप्रकरण
___ १३ प्रा ४६०७ रलसञ्जयप्रकरण
११ प्रा आञ्चलिक
गुणनिधानसूरि ४६०८ रलसञ्चयप्रकरण
१४ प्रा आञ्चलिक
गुणनिधानसूरि ५२३८ रनसञ्जयप्रकरण
१० प्रा १४१०९ रलसमुच्चय बालावबोधसह २६ प्रागु १६६९३ रलसारकुमार कथा अपूर्ण सुपात्रदाने पद्य
११ स १६६९४ रलसारकुमारकथा सुपात्रदाने पद्य अपूर्ण
१२-२७ स ९०१० रलसारकुमारचउपई
१७ गु सहजसुन्दर वाचक ९०११ रलसारकुमारचउपई १८ गु सहजसुन्दर वाचक १५९८८ रलसारकुमारचतुष्पदी
१२ गु वाचक सहजसुन्दर
१९१३२ रलसार कुमार रास
११ गु सहजसुदर वाचक १७५६० रत्नसारनृपरास शीलविषये २१ गु जिनहर्ष ५४५८ रत्नसाररास
१३ गु सहजसुन्दर ६१३९ रनसाररास
४-६८ गु देवेन्द्रसागर १२७८६ रत्नसाररास
१६ गु सहजसुन्दर १०२२ (३२)रलसिहसूरिरास बृहत्तपागच्छीय
७३-७५ गु देवसमद उपाध्याय १८७२२ रत्नाकरपचविशतिका २ स रत्नाकरखूरि १७३२६ रत्नाकरपचविशतिका सस्तबक ५स गु मू रत्नाारसूरि स्त
कुवराय ३४६९ रत्नाकर पचीशी सस्तबक
६ सगु मू ररसूरि ५९१९ रनाकरपचीशी सस्तबक
५ सगु ३३७४ (१) रलाकर पचीसी
१-२ स रत्नाकर सूरि ५२१७ रत्नाकर पचीसी
१ स रलाकरसूरि ६४५३ रत्नाकरपचीसी
४ स रलाकरसूरि १२४४५ रत्नाकरपचीसी
२ स रत्नाकरसूरि ९८२८ रत्नाकरपचीसी नकल २
रत्नाकरसूरि ३९८० रत्नाकरपचीसी सस्तबक
६ सगु ५३७३ रनाकर पचीसी सस्तबक
५ सगु मू रत्नाकरसूरि १४६३६ रलाकरपचीसी सस्तबक ६ सगु मू रत्नाकरसूरि १६४८९ रलाकरपचीसी सावरि पञ्चपाठ
५ स मू रत्नसूरि १८४०१ रत्नाकरपञ्चीशी सटीक त्रिपाठ १२ स मूरलाकरसूरि,
कनककुशल १२१२४ (७) रत्नाकरपञ्चीसी ६९-७१ स रलाकरसूरि ५९२६ रत्नाकरपञ्चविंशतिका सस्तबक ८ सग मरनाकरसरि ५१८२ रत्नाकरपञ्चविशतिका
२ स रत्नाकरसूरि १२२३१ (१) रत्नाकरपञ्चविशतिका
१ स १ रलाकरसूरि