________________ पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)20035 ग्रथोनो अकारादिक्रम [ 310 ] क्रमाक पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता 6751 बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिभाष्यवृत्ति मूनि भद्रबाहु, सहित चतुर्थखड 69 प्रा स भाष्य सघदासगणि वृ आचार्य क्षेमकीर्ति 6750 बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिभाष्यवृत्ति भाष्य सघदासगणि सहित तृतीयखण्ड 143 प्रास वृ आचार्य क्षेमकीर्ति 6749 (2) बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिभाष्यवृत्ति मूनि भद्रबाहु सहित द्वितीयखड 111 प्रा स भाष्य सघदासगणि व्र आचार्य क्षेमकीर्ति 6749 (1) बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिभाष्य मूनि भद्रबाहु, वृत्तिसहित प्रथमखण्ड 205 प्रा स भाष्य सघदासगणि व मलयगिरि तथा क्षेमकीर्ति 6747 बृहत्कल्पसूत्र लघुभाष्य 91 प्रा सङ्घदासगणि / 10357 बृहत्कल्पसूत्र सशिप्तअर्थबृहट्टीकानुसारी 23 स सौभाग्यसागरसूरि 4220 बृहत्कल्पसूत्र सस्तबक 28 प्रागु मू भद्रबाहुस्वामी 13401 बृहत्कल्पसूत्र सस्तबक 36 प्रास 18849 बृहत्कल्पसूत्र सस्तबक 25 प्रागु 19046 बृहत्कल्पसूत्र सस्तवक 15 प्रागु 17121 बृहत्कल्पसूत्र सावचूरि पचपाठ 14 प्रास . 1153 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण 19 प्रा जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण 1954 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण 21 प्रा जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण 4004 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण 38 प्रा जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण 7380 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण 45 प्रा जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण 6730 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण मू जिनभद्रगणि वृत्तिसहित 60 प्रास. क्षमाश्रमण वृ उपकेशगच्छीय सिद्धसूरि 3342 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण सटीक 70 प्रास मू जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण वृ सिद्धसूरि 4272 बृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण सटीक 142 प्रास मू जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण, टी मलयगिरि 8369 बृहत्क्षेत्रसमासवृत्तिगत चन्द्रसूर्यविचार उद्धार 9 प्रास 3621 (2) बृहत्क्षेत्रसमासवृत्तिगतमण्डलविचार 4-5 स 19366 बृहत्क्षेत्रसमास सक्षिप्त व्याख्या अपूर्ण 16330 बृहत्क्षेत्रसमास सटीक 219 प्रास मू जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण टी मलयगिरि 3360 (2) बृहत् चाणाक्यराजनीति बालावबोधसहित 11-26 सगु 2126 बृहत्तपागच्छगुर्वावलीत्रिदशतरङ्गिणी 11 स मुनिसुन्दरसूरि 2127 बृहत्तपागच्छगुर्वावली त्रिदशतरङ्गिणी अपूर्ण 7 स मुनिसुन्दरसूरि 2125 बृहत्तपागच्छगुर्वावली त्रिदशतरङ्गिणी सटिप्पण 18 स मुनिसुन्दरसूरि 2124 बृहत्तपागच्छगुर्वावली त्रिदशतरङ्गिणी 13 स मुनिसुन्दरसूरि