________________
[ ३०९ ।
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
१०३१७
बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिलघुभाष्यवृत्तिसहित तृतीयखण्ड अपूर्ण
१०३१५
बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिलघुभाष्यवृत्तिसहित प्रथमखण्ड
मूनि भद्रबाहुस्वामि,
भा सङ्घदासगणि ४१ प्रास टी मलयगिरि अने
क्षेमकीर्ति मूनि भद्रबाहुस्वामि,
भा सङ्घदासगणि २०७ प्रास टी मलयगिरि अने
क्षेमकीर्ति मूनि भद्रबाहुस्वामि,
भा सङ्घदासगणि १३६ प्रास टी मलयगिरि अने
क्षेमकीर्ति
१०३१६
बृहत्कल्पसूत्र नियुक्तिलघुभाष्यवृत्तिसहित प्रथमखण्ड
१०२ प्रास वृ क्षेमकीर्ति
३२३ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-भाष्य
भा सघदासगणि वृत्तिसहित तृतीयखण्ड ३३२ प्रास क्षमाश्रमण
वृ मलयगिरिप्रारब्ध, तपा क्षेमकीर्ति
पूर्णीकृत ३२२ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-भाष्य
भा सघदासगणि वृत्तिसहित द्वितीयखण्ड ४९२ प्रास क्षमाश्रमण
वृ मलयगिरिप्रारब्ध, तपा क्षेमकीर्ति
पूर्णीकृत ३२५ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-भाष्य
भा सघदासगणि वृत्तिसहित द्वितीयखण्ड ३४२ प्रास क्षमाश्रमण
वृ मलयगिरिप्रारब्ध, तपा क्षेमकीर्ति
पूर्णीकृत ३२१ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-भाष्य
भा सघदासगणि वृत्तिसहित प्रथमखण्ड २८४ प्रास क्षमाश्रमण
तू मलयगिरिप्रारब्ध, तपा क्षेमकीर्ति
पूर्णीकृत ३२४ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-भाष्य
भा सघदासगणि वृत्तिसहित प्रथमखण्ड २३९ प्रास क्षमाश्रमण
वृ मलयगिरिप्रारब्ध, तपा क्षेमकीर्ति
पूर्णीकृत १०३१८ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति
मूनि भद्रबाहुस्वामि, लघुभाष्यवृत्तिसहित
भा सङ्घदासगणि चतुर्थखण्ड
७७ प्रा स टी मलयगिरि अने
क्षेमकीर्ति
१९५ प्रास व क्षेमकीर्ति
६८८७ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य
चतुर्थखण्ड ६८८६ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य
तृतीयखण्ड ६८८५ बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य
द्वितीयखण्ड १००४४ बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति भाष्य
वृत्तिसह चख
१००४३
बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति भाष्य वृत्तिसह तृख
१६५ प्रा स वृ क्षमकीर्ति
मूनि भद्रबाहुस्वामि, ८२ प्रास भा सघदास
क्षमाश्रमण, वृ क्षेमकीर्ति
मूनि भद्रबाहुस्वामि, १५१ प्रास भा सघदास
क्षमाश्रमण, वृ क्षेमकीर्ति
मूनि भद्रबाहुस्वामि, १३४ प्रास भा सघदास
क्षमाश्रमण, वृ क्षेमकीर्ति
१००४२ 'बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति भाष्य
वृत्तिसह द्वि.ख