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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रंथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता | क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
[२९६ ] .
क्रमाक
७८४४ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण टिप्पणीसहित
३५ प्रा मू नेमिचन्द्रसूरि ७८४५ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण टिप्पणीसहित
४५ प्रा मू नेमिचन्द्रसूरि ३६६९ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण , . विषमपदपर्याय
६५ स उदयप्रभसूरि ३६८२ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण विषमपदविवरण
६० स ४५६५ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण
विषमपदव्याख्या ७-४७ स उदयप्रभसूरि १४९८० प्रवचनसारोद्धारप्रकरणवृत्ति २४४ स सिद्धसेनसूरि ६९९७ प्रवचनसारोद्धारप्रकरणवृत्ति किञ्चिदपूर्ण
२-३२४ स सिद्धसेनाचार्य ६९९९ प्रवचनसारोद्धारप्रकरणवृत्ति द्वितीयखण्ड
१३७ स सिद्धसेनाचार्य ६९९८ प्रवचनसारोद्धारप्रकरणवृत्ति प्रथमखण्ड
१५१ स सिद्धसेनाचार्य ३६६८ प्रवचनसारोद्धारप्रकरण सावचूरि पञ्चपाठ
१४४ प्रास मू नेमिचन्द्रसूरि ५२२४ प्रवचनसारोद्धार बोलविचारसग्रह
५५ गु १४५२ प्रवचनसारोद्धार विषमपदपर्याय
८४ स उदयप्रभसूरि ६७२४ प्रवचनसारोद्धार विषमपदपर्याय ४२ स उदयप्रभसूरि १६६६८ प्रवचनसारोद्धार विषमपद
मू नेमिचन्द्रसूरि व्याख्या सह त्रिपाठ ८५ प्रास व्याख्या उदयप्रभसूरि १६६०४ प्रवचनसारोद्धारवृत्ति ४-२९४ स सिद्धसेनसूरि १४४९ प्रवचनसारोद्धार वृत्तिसहित ३५८ प्रास व सिद्धसेनसूरि
. १४५० प्रवचनसारोद्धार वृत्तिसहित ४३३ प्रास वृ सिद्धसेनसूरि १४५१ प्रवचनसारोद्धार वृत्तिसहित २५२ प्रास व सिद्धसेनसरि प्रवचनसारोद्धार वृत्तिसहित
मू नेमिचन्द्रसूरि, त्रिपाठ
३५० प्रास वृ सिद्धसेनसूरि प्रवचनसारोद्धार सक्षिप्तार्थसहित पञ्चपाठ
७४ प्रा गु मू नेमिचन्द्रसूरि १४५३
प्रवचनसारोद्धार सक्षिप्तअर्थसहित पञ्चपाठ
७९ स मू नेमिचन्द्रसूरि १७७२९ प्रवचनसारोद्धार सस्तबक १२७ प्रा गु मू नेमिचन्द्रसूरि
४२९८ प्रवचनसारोद्धारसूत्र २-४८ प्रा नेमिचन्द्रसूरि १४२३१ प्रवचनसारोद्धारान्तर्गतगाथा वृत्तिसह त्रिपाठ
२ प्रास १६६२६ प्रवचनासारोद्धार
४७ प्रा नेमिचन्द्रसूरि १३२२६ प्रवीणसागर
१६६ हिन्दी ९०२ (२७)प्रवज्याविधानकुलक २१४-२१६ प्रा १०२३ (१५) प्रवज्याविधानकुलक २६-२७ प्रा मुनिचन्द्रसूरि ५६७३ (२) प्रव्रज्याविधानकुलक १९ प्रा सगु ११०५२ प्रव्रज्याविधानकुलक
१ प्रा ११०५१ प्रवज्याविधानकुलक सावचूरि पञ्चपाठ
२ प्रास ७७५ (६) प्रव्रज्याविधानप्रकरण २४ प्रा १०६१९ प्रव्रज्याविधानप्रकरण २ पा १३५५५ (२) प्रव्रज्याविधानप्रकरण
३ प्रा १४४७४ (२) प्रव्रज्याविधानप्रकरण ७ पा ९५५ (३) प्रवज्याविधानप्रकरण वृत्तिसहित
२५-२८ प्रास ११९९१ प्रवज्याविधि
१प्रा सगु ५२६८(३) प्रवज्याविधि तथा उपस्थापनाविधि
१०-१२ प्रा