________________
[ २६० ]
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता | क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
क्रमा
की
१६२२ पञ्चसूत्र
८ स ८८५१ पासूत्रपविशतिका २ स १३९९ परसूत्रप्रकरण १४०० । पञ्चसूत्रप्रकरण
७ स । १४०१ पञ्चसूत्रपकरण वृत्तिसहित २० प्रास वृ याकिनीसूनु
हरिभद्रसूरि १४०२ पञ्चसूत्रप्रकरण वृत्तिसहित २१ प्रा स वृ याकिनीसूनु
हरिभद्रसूरि १५०८ पञ्चसूत्र सटीक त्रिपाठ १८ प्रा स टी याकिनीसूनु
हरिभद्रसूरि ३६७० (२) पञ्चसूत्रान्तर्गत पापप्रतिघातगुणबीजाधानसूत्र
७ प्रागु २७०६ पञ्चाख्यान-पञ्चतन्त्र
६१ स विष्णुशर्मा २७०५ पञ्चाख्यान-पञ्चतन्त्र अपूर्ण ११६ स विष्णुशर्मा ३२२५ पञ्चाख्यान-पञ्चतन्त्रचतुष्पदिका
प्रथमाधिकार ८६९०
पञ्चाख्यान-पञ्चतन्त्रसारोद्धार ४ स १८७० पञ्चाख्यानगत बकनालिकेरकथानक
१ गु हीरकलश पञ्चाख्यानचतुष्पदि १३४-१८५ गु पार्श्वचन्द्रीय
वत्सराजगणि १८७१ पञ्चाख्यानचतुष्पदिका १४६ रत्नचन्द्रमुनि १४२२७ पञ्चाङ्गपद्धति सारणीसह १६ स ८८२७ पञ्चाङ्गरत्नमाला
१ स दिनकर पण्डित ८८२८ पञ्चाङ्गरत्नमाला
स भट्ट श्रीगोसाई ३३३० पञ्चाङ्गलग्नभावपत्रसारणी ५ स १३९१२ पञ्चाङ्गानयन १४१ पञ्चाङ्गीवृत्ति
११३ स अभयदेवाचार्य
१४९०६ पञ्चाङ्गीवृत्ति
१०७ स अभयदेवसूरि १६६९९ पञ्चाचारविवरण सटीक अपूर्ण ५ प्रास १५५५० (१) पञ्चानुष्ठानपचीसी
४ गु १ मणिचन्द्र १२५७८ पञ्चानुष्ठानपञ्चाशिका सार्थ ५ गु १४०८ पञ्चाशकप्रकरण
२६ प्रा याकिनीसूनु
हरिभद्राचार्य १५०२८ पञ्चाशकप्रकरण
२३ प्रा हरिभद्रसूरि १६४८८ पञ्चाशकप्रकरण
३४ प्रा हरिभद्रसूरि १४०९ पञ्चाशकप्रकरण सटीक २११ प्रास टी नवाङ्गीवृत्तिकार
अभयदेवाचार्य १६३७८ पञ्चाशक प्रकरण सटीक १५९ प्रास मू हरिभद्रसूरि
टी अभयदेवसूरि १६३७९ पञ्चाशक प्रकरण सटीक १७४ प्रास टी अभयदेवसूरि ९७७ पञ्चाशकप्रकरण सटीक
मू हरिभद्रसूरि अपूर्ण
१०४ प्रास टी अभयदेवसूरि ७३६५ पञ्चाशकप्रकरण सटीक
मू हरिभद्रसूरि, त्रिपाठ
२२० प्रास टी अभगदेवसूरि ९०७० (३) पञ्चासरपार्श्वनाथस्तवन
२ गु गुणविजय ९२१२ (३) पञ्चासरापार्श्वनाथस्तवन २ गु ३ गणविजय ५६७० (९४)पञ्चासरापार्श्वनाथस्व ८४मु गु मोहाविजय २५३२ पञ्चास्तिकाय सटीक
प्रथमश्रुतस्कन्ध १५१६३ पञ्चास्तिकाय सटीक
प्रथमश्रुतस्तकन्ध १२५०१ पट्टावलि त्रिपाठ ९९१७ पट्टावली ११९५५ पट्टावली ११९५९ पट्टावली