________________
[२३५ ]
पाटणमां श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
११३७६ नवकाररास ११६०३ नवकाररास १२४४९ नवकाररास
२ गु १२७८७ नवकाररास
३ गु १३७४० (२६)नवकाररास
३६मु गु ६११३ नवकाररास अपूर्ण
२२ गु ९११५ नवकारवालीगीत
८ गु चरणकुमार १०२३ (३९)नवकारस्तवन
११३ प्रा १८५४५ नवकारस्तोत्र
१ गुहि वल्लभसूरि ८२६९ नवकारादिस्मरण
८ स ८५०९ (३) नवखण्डपार्श्वनाथस्तवन ४ स १२१२४ (५४)नवखण्डापार्श्वनाथवीनति १६०मु अप
प्रधानगु १२३३७ नवखण्डापार्श्वनाथस्तवन १ स हेमविमलसूरिशिष्य १२१७७ नवग्रहगर्भितपार्श्वजिनस्तवन सस्तबक
१ प्रा गु मू जिनप्रभसूरि १२१७४ नवग्रहगर्भितपार्श्वजिनस्तवन सावचूरि त्रिपाठ
१ प्रास मू जिनप्रभसूरि १२१७५ नवग्रहगर्भितपार्श्वजिनस्तवन सावचूरि त्रिपाठ
१ प्रा स मू जिनप्रभसूरि १२१७६ नवग्रहगर्भितपार्श्वजिनस्तवन सावचूरि त्रिपाठ
१ प्रास मू जिनप्रभसूरि १४७६८ नवग्रहचक्र
१ स ९८३२ नवग्रहभाव
१० स ३४०९ नवग्रहशान्ति
११ स शौनकऋषि १४९७१ (२) नवग्रहस्तवन
१७ स जिनप्रभसूरि ९७४१ (७) नवग्रहस्तुतिगर्भ पार्श्वस्तव ३जु प्रा जिनप्रभसूरि १४०७४ नवग्रहस्तुतिगर्भित पार्श्वनाथस्तोत्र
बालावबोधसह त्रिपाठ २ प्रागु
१८७३८ नवग्रहस्तुति गर्भित स्तवन सटीक
२ प्रास मू जिनप्रभसूरि १४०३७ (१) नवग्रहस्तोत्र
१ स १४२११ (३) नवग्रहस्तोत्र
५ स १४३३५ नवग्रहस्तोत्र
१ स १९६२९ नवग्रह स्तोत्र १८३६१ नवग्रहस्तोत्र सटीक
४ प्रास मू जिनप्रभसूरि ७७८९ (३) नव चउवीसकुलक ७३९२ (२) नवचउवीसीस्तवन
८ प्रा ३७७५ (१) नवतत्त्व
१० प्रा ४७३० नवतत्त्व-दण्डक-जीवविचारप्रकरण सस्तबक
२२ प्रागु सर्वस्त ऋद्धिसागर १७१०५ नवतत्त्व अवचूरि
५ स १४१४७ नवतत्त्व आदिना बोल १८३१९ नवतत्त्वका बोल
९ हिदी ३२१५ नवतत्त्वचउपई
१० गु भानुचन्द्रगणिशिष्य
देवचन्द्र १४६२६ नवतत्त्वचतुष्पदी
गु देवचन्द्रजी ५९२४ नवतत्त्वचोपई ६२५५ नवतत्त्वचोपई
दामजी मुनि ११७९३ नवतत्त्वचोपई १५६४६ (१) नवतत्त्वचोपाई
१ भावसागर
सूरिशिष्य १९४८७ नवतत्त्व चोपाई १९६९२ नवतत्त्व चोपाई
वरसिह लौका ९६८२ नवतत्त्वना बोल १४७८७ नवतत्त्वना बोल १११२२ (२) नवतत्त्वना भेदो
더더더더더 여러