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पाटणमा श्री हेमचन्दाचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Parer MS)२००३५ ग्रथोनो अकारादिकम
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पत्र मापा कर्ता
क्रमाक पुस्तकनु नाम
क्रमाक
पत्र भाषा कर्ता
पुस्तकनु नाम
१६०२४ घनदत्तचोगाईव्यवहारगुद्धिविपये
९ गु समयसुन्दर २५१३ धनदत्रिशती
१४ स धनदकवि ६७९३ धनदतिशती
२६ स धनद अपरनाम
सघपति धनराज ६७२४ धनदत्रिगती
२६ स धनद अपरनाम
सघपति धनराज १४९४ घनदतिशती
१२ स धनदराज १७५४३ धनदेवकथा गद्य
२ गु १५८४९ धादेव धनमित्रादि कथाओ ५ स १५३०५ धनदेवादिकथादशक १६८२ (२) धनधर्मकथा
दानादिपुण्यफले ७-१७ स मुनिसुदरसूरि १९२८ (२) धनधर्मकथा
दासादिपुण्यफते ६-१४ १७७६ (२१) धनपालकवि
शोभनमुनिकथा ७५-८२ स १५२२४ (३) धापालचरित्रप्रवन्ध
२९ स १७७८८ पनपालपचाशिका
मू धनपाल कवि, राटोकपिाठ
१८ पास टी पभानदाचार्य ७९९९ (१) धनश्रीकथानक
२३-३० स १८५७ (२) धनष्ठिकथा-पूजाविपये १८५६ (३) मनष्ठिवृत्त १५.३९ पना-शालिभद्रचतुष्पदी १३ गु साधुहस १५९१२ पना-शालिभद्रचतुष्पदी ९ गु साधुहस १२१०६ धना-शालिभद्रचोपई-राम ३८ गु मतिमार १५९१६ धना-शालिभदराम
१० गु साधुहग ११४११ भना-शालिभरास
कडपागच्छीग भन्यचिलागरास
४९ गु कल्याणजी
११९४७ धनाअणगारना दाळिया ४ गु ज्ञानसागर
माणिक्यसागरशिष्य ९३७२ (१) धनाअणगारभाषा
२ गु १६२८९ (२) धनाअणगारस्वाध्याय
गु लक्ष्मीरुचि १६०१३ धनाचतुष्पदी-सुपात्रदाने ११० गु मतिशेखर १५३३९ धनाचरित्ररास-सुपात्रदाने ७ गु मतिशेखर ६३३८ (२) धनानी सज्झाय
गु २ त्रिलोकसीशिष्य १९२६३ धनारास
गु भावरल १९६५२ धना शालिभद्र चोपाई २५ गु मतिसार
३२०९ धनाशालिभद्रप्रवन्ध चउपईवन्ध ७ गु साधुहममुनि १७५३७ धना सधि ।
४ गु १४५८६ (३) धन्ना-काकन्दीसज्झाय २०००२ धन्ना अणगारनी सज्झाय ९३२७ (२) धन्नाअणगारसज्झाय
२ गु २ लश्मीरुचिशिष्य १३३४६ धन्नाअणगार सज्झाय
३ गु ज्ञानसागर १३७४० (१८)धन्नानपिसज्झाय
२४मु गु देवाविजय ५६६१ (३) धन्नाकाकन्दीअणगारसज्झाय
८-१० गु ज्ञानसागर १३७४० (३२)धन्नाकाकन्दीसज्झाय ४६-४४ ग १३७४० (२) धन्नारिपिमन्धि
२-३ गु कल्याणतिलक १२७२९ धन्नाशालिभद्रगम त्रुटक अपूर्ण
२-१३ गु १७४४५ (२) धन्ना सज्झाय
उपा यशोविजयजी १९६१५ धन्य-शालिभद्रचरित्र
२२ रा जिनकीर्ति ८०५६ धन्यकथानक परासुपात्रदाने
५ स दयावर्धन ३६९३ धन्यकथानक श्लोकबद्ध ६ स. दयावन ४७६३ (३) धन्यकथानक श्लोकवद १२-१६ ग दयावर्धन