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________________ पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम [२१२ ] क्रमाक पत्र भाषा कर्ता पत्र भाषा कर्ता पुस्तकनु नाम क्रमाक पुस्तकनु नाम १४५५३ (४) दीक्षाविधि १५-१८ स १४६४१ दीक्षाविधि २ गु १४६६८ (१) दीक्षाविधि २ स १९४४८ दीक्षाविधि १३४०० दीपमालिकाकल्प सस्तबक ५२ सगु मू जिनसुन्दरसूरि, स्त सुखसागर १७९५१ दीपमालिका व्याख्यान २३ स पाठक उमेदचन्द्र १२७५४ दीपालिकाकथा ४२९० दीपालिकाकल्प १० स ५३२४ दीपालिकाकल्प २-२२ स जिनसुन्दरसूरि १५८२२ दीपालिकाकल्प १५ स विनयचन्द्रसूरि १६००० (१) दीपालिकाकल्प १० स १ जिनसुन्दर १६९५४ (१) दीपालिका कल्प १५ स जिनरलसूरि १७६०१. दीपालिकाकल्प ११ स जिनसुदरसूरि १९६३३ दीपालिका कल्प ८०४० दीपालिकाकल्प - अपापाबृहत्कल्प प्रा. जिनप्रभसूरि ८०४१ दीपालिकाकल्प - अपापाबृहत्कल्प ९ प्रा जिनप्रभसूरि ८०४२ दीपालिकाकल्पअपापाबृहत्कल्प ११ प्रा जिनप्रभसूरि ८०४३ दीपालिकाकल्प - अपापावृहत्कल्प ७ प्रा जिनपभसूरि ७२९४ दीपालिकाकल्प टवार्थसहित ३० स गु मू जिनसुन्दरसूरि, . टवा दीपसागर दीपालिकाकल्प पद्य ९ स जिनसुन्दरसूरि ८०४५ दीपालिकाकल्प पद्य २ स विनयचन्द्रसूरि ४८११ दीपालिकाकल्प बालावबोध २८ गु जिनहर्प ५३६६ दीपालिकाकल्प बालावबोध १९ ग जिनहर्ष १७६६८ दीपालिकाकल्प बालावबोध २३ गु जिनहर्ष ४८१० दीपालिकाकल्प बालावबोध किञ्चिदपूर्ण १९ गु ८०९७ दीपालिकाकल्प महावीरचरित्रगत पद्य ९ स हेमचन्द्राचार्य १७९८ दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध १२ स जिनसुन्दर १७९९ दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध १४ स जिनसुन्दर १८०० दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध १९ स जिनसुन्दर १८०१ दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध ३४ स जिनसुन्दर २०६५ दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध ९ स ५३१४ दीपालिकाकल्प श्लोकबद्ध ४८. स तपा जिनसुन्दरसूरि ३७९० दीपालिका कल्प सस्तवक १५ सगु मू विनयचन्द्रसूरि ४८०८ दीपालिकाकल्प सस्तवक २४ प्रागु ४८०९ दीपालिकाकल्प सस्तबक ११२२९ दीपालिकाकल्प सस्तवक ४-२६ सगु १४१९२ दीपालिकाकल्प सस्तबक २८ स गु जिनसुन्दर १४३५१ दीपालिकाकल्प सस्तबक १४ प्रागु १५१४९ दीपालिकाकल्प सस्तवक ५२ स गु मू जिनसुन्दर, स्त दीपसागर १६९३६ दीपालिकाकल्प सस्तबक ४ गु मू जिनसुदरसूरि स्त० सुखसागर १८०३८ दीपालिकाकल्प सस्तबक ४३ सगु १९३१७ दीपालिकाकल्प सस्तबक ७३ प्रागु मू जिनसुदरसूरि, स्त सुखसागर १६१०७ दीपालिका देववन्दन ४ गु ज्ञानविमलसूरि ११६७७ (१) दीपालिकापर्ववद्ध १ श्रुतसागरगणि गौतमस्वामिस्तुति १ स धर्मसागरोपाध्याय शिष्य ६ प्रा २३ प्र]
SR No.010180
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages561
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size28 MB
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