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पाटणमा
पचप्राचार्ग जन ज्ञानभदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (PaperNS)२००३५ ग्रथोनो अकारादिकम
[१८४ ]
"5मा
पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
पुस्तकनु नाम
पत्र भाषाकर्ता
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७३४३ जानबिदुपकरण
३० स यशोविजयोपाध्याय ८८३२ जानभास्कर सौरसिद्धान्नगणित शास्त्र अपूर्ण
२१ स १२१२२ ज्ञानमजरी
४१ हिदो मनोहरदास ६१९३ ज्ञानविमलकृतस्तवनादिसङ्ग्रह
९ गु ज्ञानविमल १५७४१ ज्ञानविमलकृतस्वाध्यायसङ्ग्रह २३ गु ज्ञानविमलमूरि ११९१४५ ज्ञानविमलसृरिकृत सज्झायसङ्ग्रह
२६ गु ज्ञानविमलसूरि ५६७० (६१)ज्ञानविवेकस्वाध्याय ५८मु गु मेघविजय वाचक २५६६ ज्ञानशतक
३ स पण्डित हीरालाल
हसराज ९६४५ ज्ञानशतक
३ स पण्डित हीरालाल
हसराज १८६२९ ज्ञानसमाधि
२ हिदी १४४३८ ज्ञानसमुद्र
१७ व्रज सुदरदास १११३९ ज्ञानसागर
४-६ स मतिनन्दनगणि १२२०१ (२) ज्ञानसागरसूरिविज्ञप्ति
१ अप ११९०८ ज्ञानसागरसूरिस्तवन ५३६५ ज्ञानसार अष्टक
१७ स यशोविजयोपाध्याय १२४८८ ज्ञानसारअष्टकप्रकरण ११ स यशोविजयोपाध्याय ९७८ ज्ञानसारअष्टक प्रकरण
मू यशोविजयजी सटीक त्रिपाठ
७५ स टी गम्भीरविजयजी ११३६८ ज्ञानसारअप्टकप्रकरण
स्वोपज्ञटबार्थसहित आदि ५६ सगु यशोविजयोपाध्याय ७८६२ ज्ञानसार अप्टकानि
५ स यशोविजयोपाध्याय ७८६३ ज्ञानसार अप्टकानि
मू यशोविजयोटिप्पणीसहित
४ स पाध्याय १८८१२ ज्ञानसारग्रथ सस्तबक १७ सहि
१७६८९ ज्ञानमार बालावबोध सह ७७ गु उपा० यशोविजयजी १९०५७ ज्ञानसार सबालावबोध ॐ सगु मू उपाध्याय
यशोविजयजी १७०९१ ज्ञानसार सस्तबक स्वोपज्ञ ५९ सगु उपा यशोविजय
स्वोपज्ञ १३३६० ज्ञानसार स्वोपज्ञस्तबकसहित ५९ सगु यशोविजयोपाध्याय ८४५ (१६)ज्ञानस्तोत्र
९६-९७ म ६०८१ (१) ज्ञानादिनयमतविचारगर्भित वीरजिनस्तवन
६ गु १ उत्तमसागरसूरि ९२४६ ज्ञानादिनयमतविचारगर्भितवीरजिनस्तवन
८ गु लक्ष्मीसूरि ११६५१ (१) ज्ञानादिनयमतविचारगर्भितवीरजिनस्तवन
७ गु १ लक्ष्मीसूरि १४४४७ ज्ञानादिनयमतविवरण पर महावीरस्तवन
२ गु लक्ष्मीसूरि २००१६ ज्ञानादिनयमतविवरणपर
वीरजिन स्तवन १५२८ ज्ञानार्णव
५० स शुभचन्द्राचार्य १७७९८ ज्ञानार्णव
५८ स शुभचन्द्राचार्य १५७१८ ज्ञानार्णवगतससर्गप्रकरण ३ स शुभचन्द्राचार्य
दिगम्बर १४८९६ ज्ञानार्णव टिप्पणीसह ९५ प्रा दिगम्बर शुभचन्द्र ७३१५ ज्ञापकसमुञ्चय
पुरुषोत्तमदेव १२६७१ ज्योतिष १२८७९ ज्योतिष १४२४० ज्योतिष १४४०८ ज्योतिष १४५८२ ज्योतिष