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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss) २००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
कर्ता
क्रमाक
१९६९४ जिनस्तवन चोवीसी
७ गु मानविजय १९७१४ जिनस्तवन चोवीसी
६ गु अमतृविजय १९७५१ जिनस्तवन चोवीसी
९ गु उ यशोविजय १९७६० जिनस्तवन चोवीसी
१६ गु कातिविजयजी ५८५१ जिनस्तवन चोवीसी १४ बोलगर्भित
६ गु यशोविजयोपाध्याय ५८४४ जिनस्तवन चोवीसी अपूर्ण १२ गु मानविजय ५८४५ जिनस्तवन चोवीसी अपूर्ण १६ गु मानविजय ५८५३ जिनस्तवन चोवीसी अपूर्ण ३० गु सुमतिविजय ११८६२ (३) जिनस्तवनचोवीसी अपूर्ण ४-७ गु ३ लब्धिचन्द्रसूरि ५८४८ जिनस्तवन चोवीसी किचिदपूर्ण
५ गु रामविजय ५८४९ जिनस्तवन चोवीसी किचिदपूर्ण
२-११ गु रामविजय ९१६० जिनस्तवनचोवीसी गरबानी देशीमा
१४ गु रामविजय ५६५१ जिनस्तवनचोवीसी
वासुपूज्यजिनस्तवन सुधी ७ गु कानजी ८२२४ जिनस्तवन सटीक त्रिपाठ अपूर्ण
६ गुस ९९३६ जिनस्तवनस्तुति अपूर्ण ६ गु ५६७० जिनस्तवनादिसड्ग्रह १०४ ९१९६ जिनस्तवनो
१०-१४ गु रामविजयादि १६०३२ जिनस्तवसड्ग्रह
३ गु ज्ञानविमलसूरि ३४३० (३) जिनस्तुति
८-९ स ९७५४ (५) जिनस्तुति
१ प्रास १२३६४ (२) जिनस्तुति १८५६५ जिनस्तुति
४ स
१२३६८ (३) जिनस्तुति उद्दामदण्ड
कछन्दोमयी १३८६८ जिनस्तुतिओ
२ गु ११२८० जिनस्तुतिगर्भितक्रियागुप्त पञ्चविशतिका
१ स महीमेरु ८४९९ जिनस्तुतिचतुर्विशतिका ४ स सोमपभाचार्य ८५०८ जिनस्तुतिचतुर्तिशतिका ३ प्रा मू शोभनमुनि १२१८५ जिनस्तुतिचतुर्विशतिका
गौतमगणधर स्तुतियुक्त
प्रतिस्तुतिवर्धमानाक्षरछन्दोमयी ६ स प लक्ष्मीकल्लोल २०३० जिनस्तुतिचतुर्विंशतिका
मू जिनप्रभसूरि, सटीक
१४ स वृ कनककुशल ३३०१ (१) जिनस्तुतिचतुर्विशतिका सटीक त्रिपाठ
६ स ८५१० जिनस्तुतिचतुर्विंशतिका सावचूर्णि
४ स मू बगाभट्टिसूरि ८५११ जिनस्तुतिचतुर्विशतिका सावचूर्णि पञ्चपाठ
३ स मू बप्पभट्टिसूरि ३०६२ जिनस्तुति बालावबोधसहित ३ स गु १३८४७ जिनस्तुतिसङ्ग्रह
५ सगु ७४८२ (४) जिनस्तुति सावचूरि
५ प्रास ५३८२ जिनस्तोत्रकोष
४८ स विनयहसगणि १६१८५ जिनस्तोत्रद्वय सावचूरि पञ्चपाठ
२ स १२९१४ (४) जिनस्तोत्र मन्त्रगर्भित १६-१९ स १७२५० जिनस्तोत्ररलकोश
द्वितीयप्रकाश स्तोत्र-२३ ४ स मुनिसुदरसूरि ८५०३ जिनस्तोत्ररलकोश प्रथमप्रस्ताव
१३ स मुनिसुन्दरसूरि