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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
कर्ता
क्रमाक
६१८८(४) जिनविजयकृत जिनस्तवन
तथा अनेक तीर्थ स्तवन सग्रह
२५-३८ गु जिनविजय ६१८८ (६) जिनविजयकृत
विहरमानजिनस्तवनादि ४२-४५ गु जिनविजय ६१८९ जिनविजयकृत
सिद्धाचलादिस्तवनसड्ग्रह २ गु जिनविजय ६१८८(८) जिनविजयकृतस्तवन ४८-४९ गु जिनविजय ९१६२ जिनविजयचोवीसीगत स्तवनो
३ गु जिनविजय ६४१७ जिनविजयनिर्वाणप्रशस्ति ८ गु उत्तमविजय ६४१८ जिनविजयनिर्वाणप्रशस्ति १० गु उत्तमविजय २६६७ जिनशतक
८ स जम्बू कवि २६६८ जिनशतक
७ स जम्बू कवि १५३०८ जिनशतक
५ स जम्बू कवि ९५८३ जिनशतककाव्य
११ स जम्बूकवि ४८७८ जिनशतककाव्य सावचूर्णि पचपाठ
५ स ८६४५ जिनशतक द्वितीयपरिच्छेद सावचूरि पञ्चपाठ
१ स १७३८६ जिनशतक पजिका सह ३१ स मू जयूकवि
टी शाबसाधु २६६९ जिनशतक पञ्जिकाटीकासहित ३६ स मू जम्बू कवि
प शाम्ब कवि २६७० जिनशतक पञ्जिकाटीकासहित २४ स मू जम्बू कवि
प शाम्ब कवि २६७१ जिनशतक पञ्जिकाटीकासहित २१ स मू जम्बू कवि
पशाम्ब कवि
२६७२ जिनशतक पञ्जिका
मू जम्बू कवि टीकासहित पञ्चपाठ
१४ स प शाम्ब कवि ७२३४ जिनशतकपञ्जिकासह त्रिपाठ १९ स मू जम्बूकवि,
पजि शाम्बसाधु ८६४१ जिनशतक पञ्जिकासहित २६ स मू जम्बूकवि,
प शाम्बसाधु २६६६ जिनशतक प्रथमपरिच्छेद __ ३ स जम्बू कवि ८६४३ जिनशतक प्रथमपरिच्छेद सावचूरि पञ्चपाठ
१ स ८६४४ जिनशतक प्रथमपरिच्छेद सावचूरि पञ्चपाठ
१ स २५७४ जिनशतकमहाकाव्य सटीक ५८ स मू जम्बूकवि,
टी शाम्बसाधु १३३०६ जिनशतक महाकाव्य सटीक २५ स मू जम्बू कवि,
टी शाम्ब साधु १०७०४ जिनशतकमहाकाव्य सटीक पञ्चपाठ
७ स मू जम्बूगुरु ४८७३ जिनशतकमहाकाव्य सावचूरि पञ्चपाठ
५ स मू जम्बूकवि ४८७४ जिनशतकमहाकाव्य
सावचूर्णिक पञ्चपाठ १० स मू जम्बूकवि २६७३
जिनशतक विषमपद
व्याख्यासहित पञ्चपाठ ५ स मू जम्बू कवि १७१२५ जिनशतक सावचूरि पचपाठ
मू जम्बूकवि ८६४२ जिनशतक सावचूरि पञ्चपाठ ७ स २५३९ जिनशासनप्राचीनताविचार २ स १२४६५ जिनशासनप्राचीनताविचार
१ स ३३४३ जिनसङ्ख्या सटीक त्रिपाठ प्रवचनसारोद्धारगत
३ प्रास