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( ७१ ) जैसे सूर्य के आगे से बादल हटता है और प्रकाश चमक उठता है वैसे ही आदिनाथ भगवान की आत्मा पर से कर्मा वरण के हटते ही कैवल्य ज्ञान-प्रकाश चमक उठा। तीनो लोको की तीनो काल की अनन्त पर्याय आज उन्हे प्रत्यक्ष हस्तरेखा के समान दृष्टिगत हो रही थी।