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ॐ
सचित्र
बड़ा जैन-ग्रन्थ-संग्रह।
मनोहर २९ चित्रों सहित ४२४ पृष्ठों में १९१ चुने हुए दो भागों में आवश्यक सम्पूर्ण नित्यमा का
अपूर्व संग्रह
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ममममममममममममममममा
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-RamAIP
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प्रथम भाग के संग्राफर्ताखुरई (मागर ) निवासी मास्टर छोटलाल मैनेस
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प्रकाशक
जेन-साहित्य-मन्दिर, सागर [म. प्र. ]
ज्येष्ठ १९८३ घोर सं० २४५२ ।
प्रथमवार
पो जिल्द ।
सुनागरी जिल्द )
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