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श्रध्यवसाय
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पीत-लेश्या का रस खट-मिट्ठा होता है । पद्म लेश्या का रस मीठा होता है । और, शुक्ल- लेश्या का रस मधुर होता है ।
प्रश्न - लेश्याओं का स्पर्श कैसा होता है ?
उत्तर --पहली तीन लेश्याओं का स्पर्श अति कर्कश, खरखरा, होता है और बाद की तीन लेश्याओ का स्पर्ग अत्यन्त कोमल होता है ।
जैन दर्शन के अतिरिक्त ऐसा सुक्ष्म विवेचन अन्यत्र कहीं नहीं मिल सकता ।
विशेष अवसर पर कहा जायेगा ।