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तेईस
व्याख्यान
पृष्ठ ४३४ ४४४
तीसवाँ
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४५० ४५२
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एकतीसवाँ
४६५
विषय अठारह नातों की कथा गुणस्थान (१) गुणस्थान का अर्थ गुणस्थानों की संख्या गुणस्थानों के नाम गुणस्थानों के क्रम (१) मिथ्यात्व गुणस्थान (२) सास्वादन सम्यग्दृष्टि गुणस्थान (३) सम्यग्यमिथ्यादृष्टि गुणस्थान (४) अविरत सम्यग्दृष्टि गुणस्थान श्रेणिक राजा को सम्यक्त्व की प्राप्ति गुणस्थान (२) (५) देश विरति गुणस्थान (६)प्रमत्त सयत गुणस्थान अमात्य तेतली पुत्र की कथा (७) अप्रमत्त संयत गुणस्थान (८) निवृत्तिबादर गुणस्थान शुक्लध्यान के चार प्रकार गुणस्थान (३) (९) अनिवृत्तिवादर गुणस्थान (१०) सूक्ष्म संपराय गुणस्थान
महर्षि कपिल की कथा (१०) सूक्ष्म सपराय गुणस्थान (११) उपशात मोड् गुणस्थान (१२) क्षीण मोहन गुणस्थान
४६८ ४७२ ४७४ ४७९
४८१
बत्तीसवाँ
४८३ ४८६ ४८७ ४८८
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४९३ ४९४ ४९४