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१० ३२, १० १६०३, ग्रा० अञ्चल ।
तडपदार मोत० शित्रबरतलाल बर्मन, प्र० जे० एम० सन्तसिंह
ऍड सन्स लाहौर, प० १५६१
Paradi और
'खुराक
२० १३१५१
- प्र० जीवदया सभा जैन महा मंडल लखनऊ,
तरनीद गोश्न- -प्र० भारत जन महा मंडल, पृ० ४०, प्र'० अव्वल । दयानन्द कुर्क तिमिर नर न अलमारूफ गौहर बेचहा - ले० मुनि लब्धि विनयः प्र० लम्भूराम जंनी जौरा (फिरोजपुर), पृ० ११२, १० १६१०,
मा० अव्वल ।
कार में तिरस्कार - ले० बुधमल पाटनी, प्र० भारत धर्म महामंडल लखनऊ, पृ० १०२, ० १६१४ ।
दिल्लीका यस्ता अमाक नमीहतों का गुस्ताले० ला० नत्थूराम जंनी, प्र० प्रात्मानन्द जीन ट्रॅक्ट सोसाइटी अम्बाला शहर, पृ० २०, ५० १६१६, प्रा० अव्वल ।
दखे हुए दिल की करियार ले वरखाह कौम, बा० जिनेश्वरदास 'मायल', प्र० श्री जैन उपकारक पुस्तकालय, पृ० ८, व० १६०६, प्र० अव्वल ।
नर्म
देवगुरु का स्वरूाने० नत्थूराम जंनी प्र० श्रात्मानन्द जैन ट्रैक्ट सोसाइटी अम्बाला, पृ० ७०, ६० १६१८, आ० अव्वल 1
धर्म को जड़ सा हरा-ले० दीव नचन्द घोसवाल, प्र० प्रालानन्य गोपी अम्बाला, पृ० ३२. व० १६५७, प्रा० अञ्चल ।
धर्मवीर श्रगत नाटक - प्र० श्री दिगम्बर जैन उपदेशक मोसाइटी देहली, पृ० ७०, व० १२३, प्राकल |
नीतीचाने और उनके बेजा तं ाल के बनता जले० सा० बिहारीलाल प्र० एस० सी० जैन श्रमरो. 1, पृ० ३२, १० १६ ६
नागौर - ० महर्षि शिववरतलाल बर्मन, प्र० जेा मित्रमंडल
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