SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 263
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( २४१ ) सर्वार्थ सिद्धि वृत्ति-लेखक पूज्यपाद देवनन्दि, अनु० टी० बा० जगरूपसहाय वकील, प्र० महेशचन्द्र एण्ड को जन ग्रन्थ डिपो एटा, मा० स० हिंग पृ० १५७४, २० १९२३-१६२६; प्रा० प्रथम । सरस्वती पूजा (भाषा)-भा० हि०; व०१६०७ । सरस्वती स्तवन-लेखक नाथूराम प्रेमी, भा० हिं०; व० १९०७ । सनूना पूजन (मादिनाथ स्तोत्र व वथा सहित)-ले०५० बाबू लाल, प्र० जैन मभा फीरोजपुर; भा० हिन्दी, पृ० १६, व० ० १९१० । सलूनोसत्ति कथा-प्रकाशक दिग० जैन एसीसियेशन मेरठ सदर, भा० हिन्दी; पृ० १०॥ सपालात तेरापंथियों के वोस पंथियों से-भा० fन्दी, पृ०६ । स्वतत्रता का सोपान-लेखक ब्र० शीतल प्रसाद, प्र. मूलच द किशनदास कापडया सूरत; भा० हिन्दी, पृष्ठ ४२५, व० १६४४, मा० प्रथम । स्वर्गीय हेमचद्र-लेखक सपा० यशपाल जैन प्र० हिन्दी प्रथ रत्नाकर कार्यालय बम्बई, भा० हिन्द्री, पृष्ठ १६०, व० १९४४, मा० प्रथम । स्वरूपचंद नाम माला व अनेकाथ नाममाला--लेखक स्वरूपचद जैन स्यागी, प्र. भानुकुमार सर्व सुम्व हितैषी आयुर्वेदीय फार्मेसी भिड, भा० हिंदी, पृष्ठ ६५, व० १६४२ ग्रा० प्रा० प्रथम । स्वरूप संबोधन-लेखक अकलन्क देव, भा० सं०, ५० १६१५ । स्वसमरानंद अथवा चेतन कर्मयुद्ध-सपा० प्र० शीतल प्रसाद, प्र० मूल चन्द किशनदास कापड़या सूरत, भा० हिंधी, पृष्ठ ८१, २० १९२३, प्रा० प्रथम । स्वात्मानुभव मनन-ले० धर्मदास क्षुल्लक, प्र० स्वर्ग, भा० हिंदी, पृ० १६ ब० १८६१। स्वानुभव दर्पण (सटीक) लेखक योगीन्द्र देव भनु• प्र• मुंशी नाथूराम लमेचू, भा० हिंदी, पृष्ठ ५३; प्रा० प्रथम, ब० १८६९
SR No.010137
Book TitlePrakashit Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPannalal Jain, Jyoti Prasad Jain
PublisherJain Mitra Mandal
Publication Year1958
Total Pages347
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy