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) - भा० स०, पृ० ३८ १० १६०५ ।
श्रत पंचमी क्रिया ( श्रु तावतारादि) - श्रुत स्कंध - ले ब्रह्म हेम चन्द्र, भा० प्रा० (तत्त्वानु शायनादि सग्रह,
में प्र० )
श्रतम्य व विधान - ले० प० पन्नालाल दूनी वाले, प्र० मूलचंद किशनदास कापडिया सूरत, भा० हि०, पृ० ३२ व० १६२७ प्रा० प्रथम । श्रतावतार कथा और श्र तस्कंध विधानादि-स -संग्रह लालाराम जैन, प्र० जैन हितैषी कार्यालय बम्बई, भा० हि०, पृ० ४८, ० १६०८, प्रा० प्रथम । श्रेणिक चरित्र - लेखक शुभचद्र भट्टारक, अनु० पडित गजाधर नाल, प्र० दिगम्बर जैन पुस्तकालय सूरत, भा० हि०, पृ० ३१६, ० १६२८, प्रा०
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प्रथम ।
श्रेणिक चरित्रसार - लेखक ब्रह्मनेभिदत्त, अनु० उदय लाल काशलीवान, प्र० हिन्दी जैन साहित्य प्रसारक कार्यालय बम्बई, भा० हि०, पृ० ४२, ०
प्रथम 1
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श्रतावतार - नेक इन्द्रनन्दि, मा० म०, ( तत्त्वानु शासनादि सग्रह में प्र० ) श्रुतावतार - लेखक बिबुध श्रीधर भाषा स० (मिद्धान्त मारादि मग्रह प्र०) ।
शाखोच्चार भाषा - प्र० बा० सूरजभान वकील देवबद, भा० ६०;
व० १८६८ ।
शान्ति कथा --ले० द्वारकाप्रशाद जैन, प्र० सागरमल चम्पालाल बगलौड़ भाव हि०, पृ० ६४, व० १९४१, ० द्वितीय ।
शान्तिनाथ चरितम् - ले० भावचन्द्र, भा० स० पृ० १६६, व० १६३६
अहमदाबाद |
शान्तिनाथ पुराण - ने० सकलकीर्ति भट्टारक, अनु० प० लालाराम, प्र० सिंघई दुलीचन्द पन्नालाल देवरी, भा० हि० ५० ४०७, व० १६२३,
आ० प्रथम |
शान्तिनाथ
० सकल कीर्ति भट्टारक; अनु० प० लालाराम,
पुराण ले०