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( १२४ ) . विकागो प्रश्नोत्तर-ले० स्वामी प्रात्माराम, भा० हि०, पृ० ११०, व. १९०४।
चित्रसेन पन्नावती परित्र-ले० पूर्णमल, संपा० ५० के० भुजबलि शास्त्री, प्र० दिग० जैन पुस्तकालय सूरत, भा० हि०, पृ० ८२, ३० १९ मा० प्रथम ।
चित्रबन्ध स्तोत्र-ले० गुणभद्राचार्य, भा० सं०, (सिद्धान्त सारादि संग्रह मे प्र०)।
चिदानन्द शिव सुन्दरी नाटक-ले० प० न्यामतसिह, प्र० स्थय हिसार, भा० हि०, पृ० ११, व० १६०६, प्रा० प्रथम ।
चेतन कर्म चरित्र (पद्य)--ले० कवि भगवती दास, १० मुन्शी नाथूराम लमेचू, भा० हि० पृ० ३६, प्रा० प्रथम ।।
चेलना चरित्र (पद्य)-ले०५० राजकुमार, प्र० दिग० जैन सघ अम्बाला छावनी, भा० हि०, पृ० ३८, व० १६३८, मा० प्रथम ।
चैत्य भक्ति-ले० पूज्यपादाचार्य, भा० म०हिक, ( दश भक्तयादि संग्रह मे प्र०)।
चौबीस ठाणा चर्चा-ले० अक्षात, भा० प्रा० हि० । चौबीस तीर्थकरों की ज्ञातव्य बातों का नक्शा-ले अज्ञात; भा० हि० । चौबीस दडक-(प्रकरण भाषा में प्र०)।
चौबीसी अखाड़ा-ले० यति नयनानद, प्र० जैन ग्रन्थ प्रचारक पुस्तकालय देवबन्द, भा० हि०, पृ० १५, व० १६०८ ।
चौबीस पाठ--ले० कविवर वृन्दावन, प्र० जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय बम्बई, भा० हि ।
चौपीसो पूजा (संग्रह) व संस्कृत चौबोसी पाठ-ले० कवि रामचन्द्र, वृन्दावन, बख्ताबरसिंह, प्रज्ञानचन्द जैनी लाहोर, भा० हि० स०, पृ० ५८४, व० १६१० ।