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हुम आदिके लेख
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हुमच ( मंसूर ) १६वीं सदी, कन्नड
१ श्री बोम्मरसनु रूपवतिदिदन्
[ यह लेख पार्श्वनाथबसदिमे स्थित क्षेत्रपालमूर्तिके पादपीठपर १६वीं सदीकी लिपि है । इसमें मूर्तिके निर्माताका नाम बोम्मरस दिया है । ] [ ए०रि० मैं ० १९३४ पृ० १७७ ]
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सेतु ( शिमोगा, मैसूर ) १६वीं सदी, कन्नड
३३७'
१ स्वस्ति श्रीगुम्मै सेट्टियर बस्तिय श्रीवर्धमानस्वामिय संनिधानदल्लि गणपणसे हियर मग संघय्यसेवियरु तमगे पुण्यात - वागि प्रतिष्ठे माडिसिद अभिनन्दनतीर्थेश्वरनिगे मं
२ गल महा श्री श्री श्री श्री श्री
[ इस लेख में संघय्य सेट्टि द्वारा अभिनन्दन तीर्थंकरकी इस प्रतिमा की स्थापनाका निर्देश है । इस समय गुम्मैयसेट्टिकी बसतिके वर्धमानस्वामी उपस्थित थे । लिपि १६वीं सदीकी प्रतीत होती है । ]
[ ए० रि० मं० १९४४ पृ० १६६ ] ५००-५०१
तिरुनिडंकोण्डै ( मद्रास )
१६वीं सदी,
तमिल
[ इस लेखमे एक पद्यमें कोण्डमले निवासी गुणबद्दिरमुनिवन् ( गुणभद्रमुनि ) की प्रशंसा की गयी हैं जो दक्षिणप्रदेशमें तमिल और संस्कृतके
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