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जैन शिलालेख संग्रह
३८१
तिरुनिडंकोण्डै ( मद्रास ) १३वीं सदी, तमिल
[ यह लेख चन्द्रनाथ मूर्तिके पादपीठपर खुदा है। इस मूर्तिकी - जिसे कच्चिनायकर कहा है - स्थापना मालपिरन्दान् मोगन् कच्चियरायरद्वारा की गयी ऐसा लेखमें कहा है । लिपि १३वीं सदीकी है । ]
[ रि० स० ए० १९३९-४० क्र० ३१९ पृ० ६७ ]
३८२
कोट्टगेरे (मैसूर) १३वीं सदी, कड
[ ३८१
[ इस लेखमें देसियगण इंगलेश्वर बलिके हेरंगु निवासी आचार्य हरिचन्द्रके शिष्य माघनन्दिन्द्वारा एक शान्तिनाथ मूर्तिकी स्थापनाका उल्लेख । लिपि १३वीं सदीकी है । ]
[ ए०रि० मे० १९१९ पृ० ३३ ]
३८३
तिरुनिडंकोण्डे ( मद्रास ) १३वीं सदी, तमिल
[ यह लेख यहाँकी पहाड़ीपर चढ़नेके लिए बनी सीढ़ियोंके पास है । इन सीढ़ियोंका निर्माण गुणवीरदेवन् पण्डितदेवन्ने किया ऐसा लेखमें कहा है । लिपि १३वीं सदीकी है । ]
[रि० स० ए० १९३९-४० क्र० ३१६ पू० ६७ ]