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होलेनरसीपुर आदिके लेख
महानायक रेचय्यके पुत्र अय्वसामिका उल्लेख है जो चातुर्वर्ण श्रमण संघका सहायक था । लिपि १०वीं सदीकी है । ]
[ ए०रि० मै० १९१३ पृ० ३१ ]
१०८
होलेनरसीपुर (मैसूर) १०वीं सदी, कम
१ "म
३ सनं गेटदु
५ तु मुडिपि -
[ यह लेख १०वीं सदीकी लिपिमें हैं । इसमें मुनिमुख्य महेन्द्रकीर्तिके समाधिमरणका उल्लेख है । ] [ ए०रि० मै० १९१३ पृ० ३१ ]
१०६ अंकनाथपुर (मैसूर) १०वीं सदी, कन्नड
[ यह लेख १०वीं सदीकी लिपिमें है । इसमें कदम्ब वंशीय बासबेके पुत्र राचयके समाधिमरणका उल्लेख है । यह लेख बलदेवने स्थापित किया [ ए०रि० मै० १९१३ पृ० ३२ ]
था । ]
११०
कोडिहलि (माण्डया, मैसूर ) १०वीं सदी, कच
● मगलप्प
९ निऋसिट् ( ल . )
[ इस निसिषि-लेखमें किसी उसकी पुत्री fasक्कने यह समाधि सदीकी प्रतीत होती है । ]
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२ य्य सन्य
४ एरड नों
६ दन् आतन ८ बिडक्क कल
मय्यके समाधिमरणका निर्देश है | स्थापित की थी। [ ए०रि० मैं ०
लेखको लिपि १०वीं १९४० पृ० १६० ]