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भवणवेलोलक लेख
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[शक
श्रवणबेल्गोता-संस्कृत साकार। ( ठीक १५१) = १०३ ० (सीहोर्न)]
[. शि. सं., प्र. मा.]
५१३
चिक-मागडि; काद-मग्न ।
[बिना काम-निर्देशक [चिक मागडिमें, वस्तिके पासके पाषाण पर ] स्वस्ति भीमतु यादव-नारायण प्रताप-चक्रवर्ति ... ... ... देवर वर्षद-२८ मेव शरिसंवत्सरद कार्तिक ... ... चिकमामडिय अमलाले पम्मान ....... बदिर ... .. गति ... ... ... ... ... ... ... ..........
.... ... ... ... ... ... ... नेरदे पुष्टु सत्-पुरुष-सिंघनुदात्त-निकि सपरित पडेद समाधिषम् ॥
पडेदु समाधियनिन्नोर ...। पडलदमर-पुरकेगगि देव-निकायम् । गेडेगोरे मुर-मुखम। पदै गन्मोज अम-बिन-मावनेयिम् ।। [जुनार बम्मोधके लिये उसकी समाविका प्रदर्शक यह लेख है।
[EO VIL, Shikarpur tu, No.100 ]