SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 64
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी १६४ फूलचन्द जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, कुसवा (एटा) इस परिवार में बारह पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। सात लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। बाबूराम जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, कुसवा (एटा), इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। अविवाहित हैं और हिन्दी पढ़े हैं। मुंशीलाल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, कुसवा (एटा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अहिवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्यापार है। रामस्वरूप जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, कुसवा (एटा) इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। सात लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। गाँव-खरोमा (पटा) जयनारायण जैन सुपुत्र नवावीलाल जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है। तालेवरदास जैन सुपुत्र मनीराम जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है। राजबहादुर जैन सुपुत्र मनीराम जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। लौंगश्री जैन धर्मपत्नी सेवीलाल जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। विनोदकुमार जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। ____ एक लड़की अविवाहित है। वकिलाल जैन सुपुत्र देवदत्त जैन, खरौआ (एटा) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy