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________________ श्री पद्मावती पुरवाल जैन बायरेक्टरी ' . . . .. गाँव राजाकाताल (आगरा) गुरुदयाल जैन सुपुत्र श्री कस्तूरीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा) इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में - शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षा प्राप्त हैं और व्यापार . व्यवसाय करते हैं। देवकुमार जैन सुपुत्र सराफीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल चार सदस्य है। ___एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। र परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। पातीराम,जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, राजाकाताल (आगरा) इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस . " • करते है। बद्रीप्रसाद जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा) इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में · शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है। , बनवारीलाल जैन सुपुत्र लालाराम जैन, राजाकाताल (आगरा) . इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं में .. . शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है। बुद्धसैन जैन सुपुत्र बंगालीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा) इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न- कक्षाओं में .. शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख जैन शास्त्री है और कपड़े का व्यव. साय करते हैं। सुशीलाल जैन सुपुत्र सुखदेवदास जैन, रानाकावाल (आगरा) , इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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