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________________ ३५८ श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी गाँव-कोटरीहाट (सीहोर) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार करते है । मूल निवासी कोटरीहाट के हैं । = अनोखीलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर) अमृतलाल जैन सुपुत्र किशोरीलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर) बाबूलाल इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी कोटरीहाट के ही हैं । छगनलाल जैन सुपुत्र जबरचन्द जैन, कोटरीहाट ( सीहोर) इस परिवार में चौदह पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल तेईस सदस्य हैं। नौ लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी कोटरी के ही हैं। नथमल जैन सुपुत्र किशोरीलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी कोटरीहाट के ही हैं। जैन सुपुत्र बालचन्द जैन, कोटरीहाट ( सीहोर ) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के बाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और स्टेशनरी की दुकान करते हैं। मूल निवासी सामरदा के हैं। श्रीमल जैन सुपुत्र राजमल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर ) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं । एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी कोटरी के ही हैं। गाँव-जावर (सीहोर) ताराचन्द जैन सुपुत्र छोगमल जैन, जाबर ( सीहोर) इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़की तथा एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख जरदा नमक की दुकान करते है । मूल निवासी जाबर के ही हैं ।
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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