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________________ श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी ३४५ कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्राफा की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। प्यारेलाल जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़) 1 इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है परिवार प्रमुख विशारद तक शिक्षित है तथा किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। बागमल जैन सुपुत्र केसरीमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़) इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। I बाबूलाल जैन सुपुत्र गजराजमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । परिवार प्रमुख सर्विस एवं कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी सीहोर के हैं। मगरुलाल जैन सुपुत्र गणपतराय जैन, सारंगपुर (राजगढ ) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है । चार लड़को अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख पाँच कक्षा तक शिक्षा प्राप्त है और किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मगनलाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़) इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य । चार लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं तथा सर्राफा का व्यवसाय करते है । मूल निवासी सारंगपुर के ही है । माँगीलाल जैन सुपुत्र मथुरालाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़) इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा कृषिकार्य करते है । मूल निवासी सारंगपुर के ही है। राजमल जैन सुपुत्र गनपतराय जैन, सारंगपुर (राजगढ़) इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा ४४
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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