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प्रथम परिच्छेद प्रत्येक तीर्थंकर के बावन बोल
सं० बोल
श्री सुपार्श्वनाथ श्री चन्द्रप्रभ
सोमा
समा
३७ श्राविका संख्या ४९३०००
४७९००० ३८ शासन यक्ष नाम मातंग यक्ष
विजय यक्ष ३६ शासन यक्षिणी नाम शान्ता
भृकुटी ४० प्रथम गणधर विदर्भ
दिन्न ४१ प्रथम आर्या
सुमना ४२ मोक्ष स्थान समेतशिखर समेतशिखर ४३ मोक्ष तिथि फाल्गुन २०७ भाद्रपद व०७ ४४ मोक्षसंलेखना १ मास
१ मास ४५ मोक्ष आसन कायोत्सर्ग कायोत्सर्ग ४६ अन्तर मान सौ कोडि सा० ०कोडि सा० ४७ गणनाम राक्षस ४८ योनि मृग
मृग ४६ मोक्ष परिवार ५००
१००० ५० भव संख्या ३ भव
३ भव ५१ कुल गोत्र इक्ष्वाकु
इक्ष्वाकु ५२ गर्भकाल मान समास १६ दिन ९ मास ७ दिन