________________ जैनतत्त्वादर्श | रेल पेल नहीं करता जलमय नहीं रज्जु रस्मी रांधना पकाना रूपामय चांदी का करता लग, लगि तक |लागे गु० लगे लय नाश लीनी ली लव समय का एक मूक्ष्म परिमाण | लूण लून, नमक मुहूत का सतरहवां अंश लोच करना पा० हाथ से शिर लवण नमक के वाल उखाडना वखत समय बदन मुख वर्ग समूह, कक्षा वर्जना छोडना वर्तता बर्ताव करना, होना वल्लरी बेल बंचन ठगना वृद समूह वागुरा जाल | वागुरी शिकारी वाचक कहने वाला वाम दाया विकाल सन्ध्या विक्षेप व्याकुलता विधरना विहार करना, चलना विडम्बना दुर्दशा विडम्व्यमान दुःखित किया गया विधायक भावग्राही-वस्तु के