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७ जैनइतिहास ( ३रा भाग) - [पं० के० भुजबली शास्त्री ८ तत्त्वसार टीका ( भाषा) - ( पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री ९ दादा श्रीजिनकुशल सूरि - [पं० के० भुजबली शास्त्री १० परमप्पंपयासु (परमात्मप्रकाश) और जोगसार (योगसार)
- पं० के० भुजबली शास्त्री
११ पंचकल्याण -- [ श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री १२ रत्नकरण्ड श्रावकाचार [ श्रीयुत पण्डित महेन्द्रकुमार जैन,
काव्यतीर्थ
ग्रन्थमाला-विभाग
१ तिलोयपण्णत्ती [ श्रीयुत प्रो० ए० एन० उपाध्ये, एम० ए० २ प्रशस्ति-संग्रह [श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री, विद्याभूषण
१३ सरल जैनधम (चारो भाग) - ( पं० के० भुजबली शास्त्री १४ समाधितंत्र - [ श्रीयुत प्रो० हीरालाल जैन, एम० ए०, १५ सर्वार्थसिद्धि - [ श्रीयुत पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री
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200
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८१ से १०४ तक
१३७ से १६० तक