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है । जिस उपवास के पहले और बाद में प्रीपध किया जाए वह प्रोषधीपवास हे ।
प्रोषधोपवास-प्रतिमा- तीसरी सामायिक प्रतिमा धारण करने के उपरान्त प्रतिमाह अष्टमी व चतुर्दशी के दिन उपवास करने की प्रतिज्ञा लेना - यह श्रावक की चोथी प्रोषधांपवास-प्रतिमा कहलाती है ।
174 / जेनदर्शन पारिभाषिक कोश