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________________ नोटिस न्यामतसिंह रचित जैन ग्रन्थमाला के निम्न लिखित २२ अंक (हिस्से) तय्यार किये गए है । मगर अभी तक सिर्फ बह ही हिस्से छपे है जिनके सामने मूल्य लिखा गया है। - - - श्रक नाम प्रक ا ram aur 900AM22225.08 जिनेन्द्र भजन माला जैन मजन रत्नावली जैन भजन पुष्पावली पचकल्याणक नाटक न्यामत नीति भविलदत्त तिलकासुन्दरा नाटश जैन मजनमुक्तावली, गजरा भजन एकादशी खो गायन जैन भजन पचीसी कलियुगलीला भजनावली कुन्ती नाटक चिदानन्द शिवसुन्दरी नाट अनाथ रुदन जैन कालिज भजनावती रामचरित्र भजन मञ्जरी राजल वैराग्य माला ईश्वर स्वरूप दपण जैन भजन शतक थ्येटरोकल जैन भजन मंजरी मैना सुन्दरी नाटक सजिल्द । १) - पुस्तक मिलने का पनान्यामतसिंह जैनी सेक्रेटरी डिस्ट्रिक्टवोर्ड,मु० हिसार (पंजाब) الى لآل -
SR No.010042
Book TitleJain Bhajan Ratnavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNyamatsinh Jaini
PublisherNyamatsinh Jaini
Publication Year1918
Total Pages65
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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