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स्तवन-विभाग
( छः छेद का नाम गुणना )
१ श्री व्यवहार छेदजी सूत्राय नमः | २ श्रीवृहत्कल्पजी सूत्राय नमः । ३ श्री दशाश्रुत स्कंध जी सूत्राय नमः । ४ श्री निषीथ जी सूत्राय नमः । ५ श्री महानिषीथ जी सूत्राय नमः | ६ श्री जीत कल्प जी सूत्राय नमः । || दस पयन्ना नाम गुणना ॥
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१ चउसरण पइण्णा जी सूत्राय नमः । २ संथार पइण्णा जी सूत्राय नमः | ३ श्री तंडुल पइण्णा जी सूत्राय नमः । ४ श्री चंदा विज्झिया जी सूत्राय नमः | ५ श्री गण विज्झिया जी सूत्राय नमः | ६ श्री देव विज्झिया जी सूत्राय नमः | ७ श्री वीर युवो जी सूत्राय नमः । ८ श्री गच्छाचार जी सूत्राय नमः । ९ श्री ज्योतिष्करण्ड जी सूत्राय नमः । १० श्री महा पञ्चक्खाण जी सूत्राय नमः ।
॥ मूल सूत्र के नाम का गुणना ॥
१ श्री आवश्यक जी सूत्राय नमः । २ श्री उत्तराध्ययन जी सूत्राय नमः | ३ श्री ओघनिर्युक्ति जी सूत्राय नमः । 8 श्री दशवैकालिक जी सूत्राय नमः ।
१ श्रीअनुयोग द्वारजी सूत्राय नमः | २ श्रीनन्दी सूत्रजी सूत्रायनमः । गणधर तपस्या गुणना
१ श्री इन्द्रभूति जी गणधराय नमः | २ श्री अग्निभूति जी गणधराय नमः | ३ श्री वायुभूति जी गणधराय नमः । ४ श्री व्यक्तभूति जी गणधराय नमः । ५ श्री सुधर्मा स्वामी जी गणधराय नमः । ६ श्री मण्डित स्वामी जी गणधराय नमः | ७ श्री मौर्य्य पुत्र जी गणधराय नमः । ८ श्री अकम्पित जी गणधराय नमः । ९ श्री अचल जी गणधराय नमः । १० श्री मेतार्य्य जी गणधराय नमः । ११ श्री प्रभव जी गणधराय नमः |
नवकार माहात्म्य ( छंद )
सुख कारण भवियण, समरो नित नवकार । जिन शासन आगम,
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