SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 522
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ หมียไดไม่ได้ a tnistratahkatstakhotantialmast tasthan.bathtasthita tasbalukrtantra ในปในไดไไดไไดไไดไไไได้ให้ได้ NAGALLER 2 1L al ४९८ जैन-रत्नसार चउहा पूजा इम उत्तर झयणे, भावी केवल भोगी रे ॥ सु० ७ ॥ एम पूजा बहु भेद सुगीने, सुखदायक शुभ करणी रे । भविक जीव करसे तेले से, . आनंद घन पद धरमी रे ॥ सु० ८॥ श्री शीतल जिन स्तवन ( मंगलिक माला गुणहि विसाला) शीतल जिनपति ललित त्रिभंगी, विविध भंगी मन मोहे रे । करुणा कोमलता तीक्षणता, उदासीनता सोहे रे ॥ शीतल० १ ॥ सर्व जन्तु हितकरणी करुणा, कर्म विदारण तीक्षण रे। हाना दान रहित परणामी, उदासीनता विक्षण रे ॥ शीतल. २॥ पर दुःख छेदन इच्छा करुणा, तीक्षण पर दुःख रीझे रे। उदासीनता उभय विलक्षण, एक ठामे केम सीझे रे॥ शीतल० ३ ॥ अभयदान तेम लक्षय करुणा, तीक्षणता गुण भावे रे । प्रेरण विण कृत उदासीनता, इम विरोध मति नावे रे ॥ शीतल०४॥ शक्ति व्यक्ति त्रिभुवन प्रभुता, निग्रंथता संयोगे रे। योगी भोगी वक्ता मौनी, अनूप योगि उपयोगे रे ॥ शीतल० ५॥ इत्यादिक वहु भंग त्रिभंगी, चमतकार चित देती रे। अचरजकारी चित्र विचित्रता, आनंद घन पढ़ लेती रे ॥ शीतल० ६॥ श्री श्रेयांस जिन स्तवन (अहो मतवाले साजना) - श्री श्रेयांस जिन अंतरजामी, आतमरामी नामी रे। अध्यातम मत पूरण पामी, सहज मुगति गति गामी रे ॥ श्री श्रेयांस० १ ॥ सयल संसारी इन्द्रियरामी, मुनिगण आतमरामी रे। मुख्य पणे जे आतम रामी, तो केवल निःकामी रे॥ श्री० २ ॥ निज स्वरूप जे किरिया साधे, तेह अध्यातम लहिये रे । जेह किरिया करि चउगति साधे, तेन अध्यातम कहिये रे ॥ श्री. ३ ॥ नाम अध्यातम ठवण अध्यातम, द्रव्य अध्यातम छंडो रे । भाव अध्यातम निज गुण साधे, तो तेहसंरढ़ मंडोरे।। श्री० ४॥ शब्द अध्यातम अरथ सुणी ने, निर विकल्प आदर जो रे। शब्द अध्या - ----------- a tnaSHAYARHHETRakshakLARKESTRATAKHARKali-THEMAMATRAMATATEtiolkattalionlineKILATERESTitAHARAMSEENER --- - - R
SR No.010020
Book TitleJain Ratnasara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuryamalla Yati
PublisherMotilalji Shishya of Jinratnasuriji
Publication Year1941
Total Pages765
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy