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॥ श्रीः॥ चौखम्बा अमरभारती ग्रन्थमाला
Script श्रीवर-कृत
जैन-राजतरङ्गिणी
( तरंग १ तथा २) ( आलोचनात्मक भूमिका, ऐतिहासिक, भौगोलिक, सांस्कृतिक अध्ययन,
तथा हिन्दी अनुवाद सहित)
लेखक डाँ० रघुनाथ सिंह एम. ए., एल. एल. बी., पी-एच. डी., डी. लिट्,
एफ. आर. ए. एस.. ( लन्दन )
खण्ड १
तीनः सुभगाम
Sanौरव
गान594
भारती
चौरवम्बा अमरमारती प्रकाशन,वाराणसी
१९७७